शाम की रंगीनियत में संगीत घुल चुका था, फिजायें मस्ती में सराबोर थीं, आलम ऐसा कि हर दिल झूम रहा था, हर होंठ गुनगुना रहे थे। और जैसे ही “तेरी झलक अशर्फी स्रीवल्ली बातें करे दो हर्फ़ी” अल्फाज़ गूंजे, हर कोई उस आवाज़ कि तरफ खिंचा चला गया। ये वो पल था, जिसका सभी को तहे दिल से इंतज़ार था।
मौक़ा था देवभूमि उत्तराखंड यूनिवर्सिटी के “पिनाक” कल्चरल फेस्ट का और वो करिश्माई आवाज़ थी मशहूर गायक जावेद अली की, जिन्होंने हर किसी को अपनी आवाज़ से मदहोश कर दिया।
देवभूमि उत्तराखंड यूनिवर्सिटी में पिनाक कल्चरल फेस्ट में यूं तो हर दिन कुछ ख़ास है, लेकिन गुरूवार का सभी को बेसब्री से इंतज़ार था|क्योंकि, पिनाक की संगीतमय शाम में गायक जावेद अली अपनी आवाज़ से चार चाँद जो लगाने वाले थे|और जैसे ही वो मंच पर आये सभी ने तालियों की गड़गड़ाहट के साथ उनका इस्तेकबाल किया|इस दौरान विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्री संजय बंसल और उपकुलाधिपति श्री अमन बंसल ने जावेद अली को सम्मानित किया|इसके पश्चात संगीत का समां बंधना शुरू हुआ|
जावेद अली ने भी किसी के इंतज़ार को जाया नहीं होने दिया और अपने सुपरहिट गानों के ज़रिये सभी को थिरकने पर मजबूर कर दिया|“पुष्पा” फिल्म के गाने “तेरी झलक अशर्फी स्रीवल्ली बातें करे दो हर्फ़ी”के साथ शुरू हुआ संगीत का कारवां लगातार आगे बढ़ता रहा और रात का सफ़र शानदार गानों के साथ कटता रहा|जावेद अली, सूफी गानों से लेकर रोमांटिक गानों की कड़ियाँ जोड़ते रहे और दर्शक गुनगुनाते और थिरकते रहे|
‘कहने को जश्न ए बहारा है’ हो या फिर “कुन फाया कुन”, ‘रंगरेज़ा’ हो या फिर “सुन ले ज़रा” सभी गानों ने श्रोताओं को झूमने पर मजबूर कर दिया और इसी के साथ जावेद अली नाईट का रंगारंग समापन हो गया|वहीं, विश्वविद्यालय के छात्रों ने भी अपनी शानदार प्रस्तुतियां दीं| जावेद अली ने देवभूमि उत्तराखंड यूनिवर्सिटी में अपनी प्रस्तुति को यादगार बताया और विश्वविद्यालय प्रशासन सहित श्रोताओं का तहेदिल से शुक्रिया अदा किया|
इस दौरान विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफ़ेसर (डॉ.) प्रीति कोठियाल, उपकुलपति प्रोफ़ेसर (डॉ.) आरके त्रिपाठी, विश्वविद्यालय के सलाहकार डॉ. एके जायसवाल,डीन छात्र कल्याण प्रकोष्ठ श्री दिग्विजय सिंह सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे|