– देवभूमि उत्तराखंड यूनिवर्सिटी में जुटे दुनियाभर से प्रतिनिधि
भारतीय उच्च शिक्षण संस्थानों की वैश्विक उपयोगिता को दर्शाने और विश्वस्तर पर पहचान दिलाने के उद्देश्य से देवभूमि उत्तराखंड यूनिवर्सिटी में दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा सम्मेलन की शुरुआत हुयी, जिसमें विभिन्न देशों का प्रतिनिधि मंडल हिस्सा ले रहा है। सम्मेलन के पहले दिन भारतीय शिक्षा को वैश्विक स्तर पर ले जाने के लिए विचार मंथन किया गया।
सोमवार को मांडूवाला स्थित देवभूमि उत्तराखंड यूनिवर्सिटी में दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा सम्मेलन के उदघाटन अवसर पर 20 से अधिक देशों के प्रतिनिधिमंडल ने हिस्सा लिया, जिसमें कनाडा, नीदरलैंड, यूएई, दुबई, ईरान, इथोपिया, केन्या, बांग्लादेश, मॉरिशस, मेडागास्कर, लेबनान, तंजानिया, युगांडा सहित अन्य देशों के शिक्षा से जुड़े विशेषज्ञ शामिल थे।
इस दौरान भारतीय उच्च शिक्षा के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए उसके प्रचार प्रसार संबंधी विभिन्न आयामों पर चर्चा की गयी| विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्री संजय बंसल ने प्रतिनिधिमंडल का स्वागत करते हुए कहा कि ये हमारे लिए गर्व का विषय है कि वैश्विक गाँव की रूपरेखा को आधार बनाकर देवभूमि उत्तराखंड यूनिवर्सिटी अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा सम्मेलन का आयोजन कर रहा है, जिसमें 20 से अधिक देशों के प्रतिनिधि मंडल द्वारा भारतीय उच्च शिक्षा को विश्वस्तरीय पहचान दिलाने पर विचार मंथन किया जा रहा है।
सम्मेलन के दौरान विश्वविद्यालय द्वारा विदेशी प्रतिनिधिमंडल को शैक्षणिक कार्यप्रणाली और छात्रों के बेहतर भविष्य के लिए किये जा रहे प्रयासों पर प्रकाश डाला गया| इसके पश्चात शिक्षा विशषज्ञों ने विश्वविद्यालय का दौरा किया और विभिन्न स्कूलों में प्रदान की जाने वाली शिक्षा व्यवस्था का जायज़ा लिया| इसके अलावा विदेशी मेहमानों के लिए आयोजित सांस्कृतिक संध्या के दौरान छात्रों ने कई रंगारंग प्रस्तुतियां दीं, जिसे प्रतिनिधि मंडल ने काफी सराहा।
इस दौरान प्रश्नोत्तर राउंड भी हुआ, जिसमें उच्च शिक्षा के वैश्विक प्रचार प्रसार से सम्बंधित संशयों के समाधान तलाशे गए| इस अवसर पर विश्वविद्यालय के उपकुलाधिपति श्री अमन बंसल ने कहा कि विश्वस्तरीय मानकों पर आधारित भारतीय उच्च शिक्षा को अंतर्राष्ट्रीय पहचान दिलाने के लिए ये सम्मेलन एक बेहतरीन अवसर है| वहीं, कुलपति प्रोफ़ेसर डॉ. प्रीति कोठियाल ने कहा कि G20 की रूपरेखा को ध्यान में रखते हुए आयोजित ये सम्मेलन विदेशी छात्रों के बीच भारतीय उच्च शिक्षा को पहुंचाने में मील का पत्थर साबित होगा।
सम्मेलन के दौरान उपकुलपति डॉ. आरके त्रिपाठी, चीफ़ ऑडिटर डॉ. संदीप विजय, मुख्य सलाहकार डॉ. एके जायसवाल, मुख्य संपर्क अधिकारी बीके कौल, डीन एकेडेमिक्स डॉ. एकता उपाध्याय, डीन एकेडेमिक्स डेवलपमेंट एंड इनोवेशन डॉ. संदीप शर्मा, रजिस्ट्रार डॉ. पंकज राणा सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।