Holi 2023: होली के पर्व पर स्वास्थ्य का भी विशेष ध्यान देने जरूरत है। बाजार की मिलावटी मिठाई आपको बीमार कर सकती है। ऐसे में मिलावटी चीजों को खाने से बचें। साथ ही हर्बल रंगों का इस्तेमाल करें। केमिकल युक्त रंग त्वचा के लिए खतरनाक हो सकते हैं। इन दिनों मौसम में भी बदलाव हो रहा है। ऐसे में सुबह और रात के समय मौसम हल्का ठंडा हो जाता है, जबकि दिन में धूप की वजह से गर्मी महसूस होती है। होली पर लोग पानी का भी इस्तेमाल करते हैं। ऐसे में चिकित्सकों ने होली मनाने को लेकर कुछ सुझाव भी दिए हैं।
दून अस्पताल के फिजिशियन डॉ. नारायणी जीत ने बताया कि इन दिनों मावे और मिठाई में मिलावट बहुत हो रही है। इसलिए बाहर की मिठाई खाने से बचें। जितना हो सके घर पर ही मिठाई बनाएं और अन्य खाद्य पदार्थ भी घर के ही बने हुए खाएं। जिन मरीजों को डायबिटीज, ब्लड प्रेशर की समस्या है वह विशेष ध्यान रखें। नियमित रूप से ब्लडप्रेशर, डायबिटीज की जांच करवाते रहें। इसके अलावा तला-भुना कम खाएं। मौसम में बदलाव की वजह से लोगों को खांसी, बुखार और सांस की समस्या हो रही है। इसलिए सुबह और रात के समय गर्म कपड़े पहनें।
आंखों के लिए खतरनाक केमिकल युक्त रंग
दून अस्पताल के नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. सुशील ओझा ने बताया कि होली के दौरान केमिकल युक्त रंगों के इस्तेमाल से बचें। यह रंग आंखों के लिए बहुत खतरनाक होते हैं। ये रंग आंखों पर पड़ जाएं और तुरंत सफाई न की जाए तो कई बार आंखों की रोशनी जाने का भी खतरा बना रहता है। इसलिए ऐसा कुछ होने पर तुरंत आंखों को साफ करें और डॉक्टर की सलाह पर लुब्रीकेंट ड्रॉप आंखों में डालें। यही नहीं, रंगों में मौजूद खतरनाक रसायनों से शरीर की त्वचा मोटी हो जाती है। ऐसे में बेहतर है कि होली के दौरान खतरनाक चटख रंगों से परहेज कर हर्बल रंगों से ही होली खेली जाए।
गर्भवतियों की नाक में गया रंग तो बच्चे को खतरा
दून अस्पताल की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. रीना पाल ने बताया कि जब भी होली खेलें तो हर्बल और ऑर्गेनिक रंगों का उपयोग करें। केमिकल वाले रंग न इस्तेमाल करें। केमिकल वाले रंग अगर गर्भवती महिला के नाक में चले गए तो श्वास नली के माध्यम से बच्चे को नुकसान कर सकते हैं। इसके अलावा गर्भवतियां होली न खेलें तो बेहतर है, क्योंकि होली खेलते समय धक्कामुक्की होने पर चोट लग सकती है। जिससे मां और बच्चा दोनों के लिए खतरा हो सकता है।