जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में गुरुवार को बादल फटने की घटना में लैंसडौन की देवरानी-जेठानी की मौत हो गई। दीपा का शव पहले मिल चुका था। जबकि उनकी जेठानी लापता थी। बाद में नकी जेठानी का शव भी मिल गया।
मृतक दोनों की पहचान होने के बाद लैंसडौन स्थित उनके मायके और ऊधम सिंह नगर स्थित ससुराल में मातम पसरा है। घटना से पूरा परिवार गहरे सदमे में है और लोग पीड़ित परिवार को ढांढस बंधाने पहुंच रहे हैं।
लैंसडौन के व्यापारी और सामाजिक कार्यकर्ता रामदास गुप्ता की बेटी दीपा अग्रवाल (50) अपने पति संदीप अग्रवाल, बेटे दक्ष अग्रवाल (16), जेठ अशोक अग्रवाल और जेठानी नीता अग्रवाल के साथ प्रसिद्ध किश्तवाड़ जिले के मचैल माता मंदिर में पूजा करने गई थीं। दीपा अग्रवाल के भाई व्यापार मंडल लैंसडौन के सचिव मोहित गुप्ता ने बताया कि मचैल माता के दर्शन के बाद पूरा परिवार वहां लगे लंगर में बैठा था।
तभी अचानक बादल फटने से आए सैलाब की चपेट में दीपा और उनकी जेठानी नीता अग्रवाल आ गईं। अशोक अग्रवाल और उनके बेटे दक्ष ने किसी तरह खुद को बचा पाए। मोहित गुप्ता ने बताया कि दीपा और नीता के शव बरामद हो गए हैं।