उत्तराखण्ड देवस्थानम बोर्ड भंग नहीं होने से प्रदेश के चारधाम केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम से जुड़े तीर्थ पुरोहित समाज में सरकार को लेकर भारी रोष व्याप्त है। तीर्थ पुरोहितों ने आज सोमवार को गंगोत्री-यमुनोत्री बंद रखने का निर्णय लिया। इस बीच आज सोमवार को केदारनाथ पहुंचे पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत का तीर्थ पुरोहित समाज ने विरोध किया औैर संगम स्थित पुल से आगे नहीं जाने दिया।
इस बीच तीर्थ पुरोहित समाज द्वारा किया जा रहा विरोध आगामी पांच नवंबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के केदारनाथ दौरे को लेकर भी देखा जा रहा है। तीर्थ पुरोहितों को यह आशा है कि शायद इसी के चलते सरकार उनकी बात मान जाए।
सोमवार को आज पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत को संगम स्थित पुल से आगे नहीं जाने दिया गया। तीर्थ पुरोहित एवं हक-हकूकधारियों ने इस दौरान खूब नारेबाजी की और उनका जमकर विरोध किया। जिसके बाद बिना दर्शन किए त्रिवेंद्र सिंह रावत जीएमवीएन गेस्ट हाउस में चले गए।
तीर्थ पुरोहितों का कहना है कि त्रिवेंद्र रावत ही देवस्थानम को लाने वाले हैं। इधर, आज सोमवार को ही भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक व मंत्री धन सिंह रावत भी केदारनाथ धाम पहुंचे थे। उन्हें भी तीर्थ पुरोहितों का विरोध झेलना पड़ा, हालांकि उन्होंने धाम में दर्शन किए।