श्री बदरीनाथ धाम। भाद्रपद वामन द्वादशी तिथि पर प्रत्येक वर्ष श्री बदरीनाथ धाम में आयोजित होने वाला प्रसिद्ध माता मूर्ति मेला इस वर्ष 17 सितंबर शुक्रवार को आयोजित होगा। 16 सितंबर को माणा गांव से भगवान बदरीविशाल जी के क्षेत्रपाल श्री घंटाकर्ण जी महाराज भगवान बदरीविशाल जी को माता मूर्ति जी की तरफ से उनके माणा स्थित मंदिर में आने का न्योता देंगे। 17 सितंबर को 10 बजे भगवान बदरीविशाल जी की पवित्र गद्दी एवं श्री उद्धव जी की डोली रावल जी के साथ माता मूर्ति के लिए प्रस्थान करेगी।
जबकि बामणी गांव स्थित मां नंदा मंदिर में नंदाष्टमी पर्व 14 सितंबर को आयोजित होगा। यह जानकारी देते हुए देवस्थानम बोर्ड के मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया कि कोरोना बचाव मानकों का पालन करते हुए इस बार माता मूर्ति मेला सादगीपूर्ण ढ़ग से संपन्न होगा।
उल्लेखनीय है कि प्रत्येक वर्ष भाद्रपद को वामन द्वादशी के अवसर पर भगवान बदरीविशाल जी की गद्दी तथा भगवान बदरीनाथ स्वरूप उनके सखा उद्धव जी डोली में बैठकर माता मूर्ति देवी को मिलने श्री घंटाकर्ण महाराज के निमंत्रण पर माणा स्थित मंदिर में जाते हैं तथा माता से मिलते है। भगवान बदरीनाथ भगवान बदरीविशाल की ओर से श्री उद्धव जी माता की कुशल क्षेम पूछते हैं।
इस दौरान मंदिर प्रांगण में रावल जी द्वारा श्री उद्धव जी एवं माता मूर्ति जी की पूजा – अभिषेक किया जायेगा।
दिन के भोग के पश्चात श्री उद्वव जी शायंकाल साढ़े तीन बजे वापस श्री बदरीनाथ धाम वापस आ जायेंगे। इस मातामूर्ति मेले के दौरान श्री बदरीनाथ धाम मंदिर बंद रहेगा।
माता मूर्ति उत्सव के दौरान रावल ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी बी.डी. सिंह, धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल, अपर धर्माधिकारी सत्य प्रसाद चमोला, अपर धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल, वेदपाठी रविन्द्र भट्ट, हक हकूक धारी एवं सीमांत ग्राम माणा के प्रधान पीतांबर मोल्फा, उप मुख्य कार्याधिकारी सुनील तिवारी, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी गिरीश चौहान, प्रभारी मंदिर अधिकारी राजेंद्र चौहान, लेखाकार भूपेंद्र रावत, मातामूर्ति मंदिर के पुजारी हनुमान प्रसाद डिमरी, प्रबंधक राजेन्द्र सेमवाल, दफेदार, कृपाल सनवाल सहित तीर्थ पुरोहित, पंडा समाज, ब्यापारीगण, बामणी एवं माणा के श्रद्दालुजन और आईटीबीपी, ग्रीफ, तथा पुलिस प्रशासन के प्रतिनिधि मौजूद रहेंगे।