राजेंद्र सिंह रावत राजकीय महाविद्यालय बड़कोट एवं नोबेल पीस फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में 2 दिवसीय ऑनलाइन अंतरराष्ट्रीय वेबीनार का आयोजन किया जा रहा है। वेबीनार का विषय गांधी दर्शन वैश्विक शांति एवं समावेशी विकास पर आधारित है।
दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय वेबीनार के दौरान इस आयोजन में मुख्य संरक्षक उच्च शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत, संरक्षक प्रो पीपी ध्यानी कुलपति श्री देव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय, डॉ पीके पाठक निदेशक उच्च शिक्षा, डॉ एके तिवारी, प्राचार्य राजेंद्र सिंह रावत राजकीय महाविद्यालय बड़कोट उत्तरकाशी मौजूद रहेंगे।
दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय वेबीनार के मुख्य अतिथि राधा बहन प्रख्यात गांधीवादी कार्यकर्ता, जिन्होंने कौसानी में शराब के खिलाफ एवं खनन के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद की। वह मुख्यता गांधीवादी कार्यकर्ता रही हैं जिन्होंने ग्राम स्वराज ग्राम उद्योग की संकल्पना की। उन्होंने स्थापित की लक्ष्मी आश्रम की स्थापना की।
वे वस्तुतः वैश्विक शांति, गांधी दर्शन एवं समावेशी विकास के पक्षधर रही हैं। वे जमनालाल बजाज पुरस्कार से नवाजे जा चुके हैं। प्रो मोहन कांत गौतम, मानवशास्त्री एवं भाषाविद रहे हैं, जबकि आयोजन सचिव की जिम्मेदारी डॉ विजय बहुगुणा, असिस्टेंट प्रोफेसर इतिहास निभाएंगे।
इस आयोजन के सचिव नेत्रपाल सिंह यादव, फोर्ड फाउंडेशन फेलो होंगे। दो दिवसीय वेबीनार का आयोजन 2 अक्टूबर एवं 3 अक्टूबर को सायंकालीन 5 बजे से 8 बजे तक होगा। इस आयोजन के समन्वयक टेक्नोक्रेट दया प्रसाद गैरोला होंगे, जो तकनीकी पक्ष को भलीभांति निष्पादित करेंगे। इस आयोजन के विशिष्ट अतिथि श्रीमती कमला पंत सेवानिवृत्त उपनिदेशक विद्यालय शिक्षा उत्तराखंड, सुशील उपाध्याय प्राचार्य एवं प्रोफेसर चमनलाल स्नातकोत्तर महाविद्यालय लंढौरा हरिद्वार एवं अन्य विशिष्ट अतिथि कुसुम रावत गांधीवादी कार्यकर्ता देहरादून यह सभी विशिष्ट अतिथि वक्ता के तौर पर 2 अक्टूबर को अपनी बातचीत को रेखांकित करेंगे।
3 अक्टूबर को इस आयोजन के मुख्य अतिथि प्रोफेसर सुदर्शन आएंगे। प्रख्यात गांधीवादी विचारक पूर्व कुलपति गुजरात विद्यापीठ अहमदाबाद संचालक गांधी शांति पेशन जलगांव महाराष्ट्र भारत इस आयोजन की अध्यक्षता मोहन सिंह गांव वासी सामाजिक कार्यकर्ता पौड़ी गढ़वाल होंगे एवं मुख्य वक्ता राजीव नयन बहुगुणा सामाजिक कार्यकर्ता एवं वरिष्ठ पत्रकार एवं स्तंभकार देहरादून अपनी बातचीत को रेखांकित करेंगे, जबकि वक्ता गणों में विशिष्ट अतिथि डॉ गिरजा पांडे निदेशक क्षेत्रीय सेवाएं उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय हल्द्वानी एवं विशिष्ट अतिथि डॉ विजय शंकर शुक्ल पूर्व संयुक्त निदेशक उत्तराखंड ग्रामीण विकास संस्थान एवं विशिष्ट अतिथि डॉ योगेश धस्माना इतिहासकार देहरादून इस विषय पर गहन चर्चा करेंगे।