उत्तराखंड चारधाम यात्रा खोलने के लिए चारों धाम में जहां कई महीनों से आंदोलन चल रहे हैं थे वही बदरीनाथ धाम में भी बद्री संघर्ष समिति के नेतृत्व में स्थानीय व्यापारी, हकहकुकधारियों, पंडा समाज तीर्थ पुरोहित समाज व अन्य लोगों ने क्रमिक अनशन शुरू किया था। लोगों का कहना है कि अनशन के 12 दिन बीत चुके हैं लेकिन सरकार व सरकार के कोई भी नुमाइंदे उनकी सुध लेने यहां नहीं पहुंचे। जिसको देखते हुए फिर एक बार कई वर्षों से मोन व्रत रख साधन करने वाले मोनी बाबा ने आज से भोजन का त्याग कर आमरण अनशन शुरू कर दिया है।
सुबह 10:00 बजे कार्यक्रम की शुरुवात साकेत तिराहे से की गई, जहां पर पिछले 13 दिनों से स्थानीय लोगों द्वारा क्रमिक अनशन किया जा रहा था आज बद्रीनाथ धाम की जनता ने धर्मराज भारती (मोनी बाबा) को तुलसी माला पहनाकर उनके आमरण अनशन के लिए स्वागत किया जिसके बाद साकेत से लेकर मोनी बाबा के निवास स्थान पर पहुंचे जहा पर बाबा अनशन पर बैठें।
अनशन पर बैठे मोनी बाबा का कहना है कि वह इससे पूर्व भी मई माह में 15 दिनों का आमरण अनशन कर चुके हैं जिसमें उन्होंने भोजन का त्याग किया ओर अनशन के 7 दिनों बाद जल व भोजन का भी त्याग कर अनशन किया था लेकिन निवर्तमान मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के आग्रह पर उन्होंने अनशन तोड़ा था उनका कहना है कि तीरथ सिंह रावत द्वारा उन्हें आश्वासन दिया गया था कि कुछ दिनों में ही सारी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद कर स्थानीय स्तर पर दर्शन की अनुमति लोगों को दे दी जाएगी, लेकिन आज 2 महीने से अधिक समय हो चुका है और आज भी स्थानीय लोगों को बद्रीनाथ मंदिर के दर्शन से वंचित रखा गया है।
मोनी महाराज का कहना है कि आज से बद्रीश संघर्ष समिति के द्वारा विगत कई दिनों से धाम में क्रमिक अनशन चल रहा था लेकिन आज मैंने उस अनशन को एक स्तर ओर उठा कर भोजन का त्याग कर आमरण अनशन शुरू कर दिया है ओर यह तब तक चलेगा जब तक स्थानीय लोगों को दर्शन की अनुमति नहीं मिल जाति है उन्होंने यह भी बताया कि अगर इस अनशन के दौरान उन्हें शारीरिक व मानसिक रूप से कोई भी क्षति होती है तो इसके जिम्मेदार सरकार व वर्तमान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी होंगे।
वहीं बद्रीश संघर्ष समिति के अध्यक्ष राजेश मेहता कहना है कि सरकार की ओर तारिक पर तारिक बदली जा रही रही है लेकिन कपाट खुले 4 माह से अधिक समय हो चुका है लेकिन अभी तक कपाट नहीं खुले है । विगत 12 दिनों से हम लोग यहां क्रमिक अनशन पर बैठे थे लेकिन आज से आमरण अनशन शुरू हो गया है ओर अब भी सरकार चार धाम यात्रा शुरू नहीं करती है तो हम अब आत्मदाह के लिए भी तैयार है।
इस अवसर नवनीत मेहता, भक्त दर्शन भंडारी, मनदीप भंडारी, जगजीत मेहता, प्रभात रतूड़ी, विनोद विष्ट, किशन पंडवाल, सागर डाडी, बलदेव मेहता, धर्मेंद्र नैथानी, जसवीर मेहता, काशी पाल, सुबोध मेरठ वाल, मदन लाल डंगवाल, सर्वेश मेहता, आलोक मेहता, कोशलेष भंडारी, नवीन भिलांगवाल, अशोक टोदरिया, अखिल पवार , मोहन मेहता व अन्य लोग उपस्थित थे।