एम्स ऋषिकेश के कॉलेज ऑफ नर्सिंग में गूगल मीट के माध्यम से अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस मनाया गया। ऑनलाइन मोड में आयोजित कार्यक्रम में संस्थान के निदेशक और सीईओ प्रोफेसर (डॉ.) अरविंद राजवंशी ने नर्सों को स्वास्थ्य क्षेत्र में उनके महति योगदान के लिए बधाई दी। संकायाध्यक्ष अकादमिक प्रोफेसर (डॉ.) मनोज गुप्ता ने महामारी के दौरान नर्सों के योगदान की सराहना की। इस अवसर पर प्राचार्य कॉलेज ऑफ नर्सिंग प्रो. (डॉ.) स्मृति अरोड़ा ने स्वागत भाषण प्रस्तुत किया। इस अवसर पर लीड मिडवाइफरी, सेंटर फॉर कैटालाइजिंग चेंज (C3), नई दिल्ली डॉ. लीला वर्की ने ‘नर्स ए वॉयस टू लीड: इन्वेस्ट इन नर्सिंग एंड रेस्पेक्ट राइट्स टू सिक्योर ग्लोबल हेल्थ’ थीम सामने रखी। साथ ही उन्होंने सभी नर्सेस से नैतिकता का पालन करने का आग्रह किया और नर्सों से कहा कि वह मरीजों की बेहतर सेवा के साथ साथ अपना ख्याल रखें और बर्नआउट से बचें। साइकोलॉजी एंड सोशल केयर, मैनचेस्टर, यूके की सीनियर लेक्चरर, फैकल्टी ऑफ हेल्थ डॉ. मंजू सी. पल्लम ने नर्सिंग रिसर्च में निवेश पर जोर दिया। कार्यक्रम में लगभग 300 छात्र नर्सों, संकाय सदस्यों और ट्यूटर्स ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम में ब्रिघम यंग यूनिवर्सिटी, यूएसए के फैकल्टी प्रो. क्रेग और प्रो. रयान के साथ ही यूनिवर्सिटी के विद्यार्थी भी शामिल हुए। इस अवसर पर छात्र नर्सों ने स्टोन पेंटिंग और निबंध लेखन प्रतियोगिता में हिस्सा लिया, अव्वल प्रतिभागियों को पुरस्कार भेंटकर सम्मानित किया गया। राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया। इस अवसर पर कॉलेज ऑफ नर्सिंग की सहायक प्रोफेसर श्रीमती मलार कोडी आदि फैकल्टी मौजूद थे।