उत्तराखण्ड में डेल्टा प्लस के एक मरीज के लापता हो जाने के मामले में सूबे के स्वास्थ्य विभाग की घोर लापरवाही सामने आई है। आलम यह है कि थक हार कर अब स्वास्थ्य विभाग पुलिस प्रशासन की शरण में पहुंचा है।
यह मामला उत्तराखण्ड के ऊधमसिंह नगर जिले का है, जहां से डेल्टा प्लस का मरीज लापता चल रहा है। बताया जा रहा है कि उक्त मरीज का मोबाइल बीते तीन दिनों से बंद चल रहा है जिस कारण अभी तक उसका कहीं पता नहीं चल पाया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार ऊधमसिंह नगर जिला मुख्यालय रूद्रपुर स्थित जवाहर लाल नेहरू अस्पताल में बीती 8 अगस्त को आरटीपीसीआर जांच कराने के लिए संजय सिंह नाम का एक युवक पहुंचा था। बाहरी राज्य से आने पर उसकी डेल्टा प्लस जांच के लिए सैंपल लैब भेजा गया था। 8 अगस्त को कोरोना की जांच में उसके पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई थी। वहीं, 10 अगस्त को डेल्टा की रिपोर्ट आने पर उसमें डेल्टा प्लस की पुष्टि हुई।
यहां इस युवक के डेल्टा प्लस होने पर स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों और अधिकारियों में खासी खलबली मची हुई है। गोपनीय स्तर से युवक के बारे में जानकारी जुटाई गई तो स्वास्थ्य कर्मियों के रिकॉर्ड में नाम और मोबाइल नंबर के अतिरिक्त और कुछ नहीं था।
इस युवक के बारे में जानकारी नहीं मिलने पर मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय की ओर से एसएसपी को पत्र लिखा गया, जिसमें युवक को तलाश करने की मदद मांगी गई। पुलिस ने जांच शुरू की तो युवक का मोबाइल नंबर बंद पाया गया। युवक का मोबाइल नंबर मध्य प्रदेश का बताया जा रहा है। फिलहाल डेल्टा के मरीज का पता नहीं चलने से बीमारी के फैलने का खतरा बना हुआ है।