वैश्विक महामारी कोविड-19 के रोकथाम के लिए राज्य सरकार ने माह दिसम्बर तक शत प्रतिशत टीकाकरण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस अभियान को सफल बनाने के लिए सरकार ने माह के प्रत्येक सोमवार को टीकाकरण महाभियान चलाने का निर्णय लिया है। इस अभियान के तहत प्रदेशभर में दो हजार केन्द्रों पर वैक्सीनेशन कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे।
जिसमें 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोगों को वैक्सीन की दोनों डोज लगाई जायेगी। टीकाकरण महाभियान के सफल संचालन के लिए विभागीय अधिकारियों को सख्त निर्देश दे दिये गये हैं। प्रदेश में अब तक कुल 1 करोड़ 6 लाख 41 हजार वैक्सीन की डोज लगाई जा चुकी है। जिसमें 73 लाख 90 हजार लोगों ने पहली वैक्सीन की पहली खुराक एवं 32 लाख 51 हजार लोगों ने वैक्सीन की दूसरी खुराक ले ली है। इस प्रकार राज्य में अब तक लगभग 95 प्रतिशत लोगों को पहली डोज तथा 42 प्रतिशत लोगों को दोनों डोज लग चुकी हैं।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने विधानसभा स्थित अपने कक्ष में राज्य में संचालित टीकाकरण अभियान को लेकर समीक्षा बैठक ली। जिसमें उन्होंने विभागीय अधिकारियों को टीकाकरण का निर्धारित लक्ष्य हासिल करने के लिए आगामी सोमवार से प्रदेशभर में टीकाकरण महाभियान चलाने के निर्देश दिये।
उन्होंने कहा कि सरकार ने 15 दिसम्बर 2021 तक सूबे में शत प्रतिशत टीकाकरण का लक्ष्य निर्धारित किया है। इसी तहत टीकाकरण अभियान में तेजी लाने के लिए अनेक प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होनें कहा कि सभी जनपदों के जिलाधिकारियों तथा मुख्य चिकित्साधिकारियों को इस संबंध में पूर्व में ही निर्देश दिये जा चुके हैं।
यही नहीं माह में दो बार टीकाकरण अभियान की प्रदेश स्तरीय समीक्षा भी की जा रही है। जिलाधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिये गये हैं कि जिन गांवों में शत प्रतिशत टीकाकरण हो चुका है वहां के प्रधान तथा क्षेत्रीय पटवारी से प्रमाण पत्र हासिल कर शासन को रिपोर्ट भेजी जाय। इसी प्रकार शहरी क्षेत्रों में नगर निकाय के अधिकारियों व जिला प्रशासन को जिम्मेदारी दी गई है।
स्वास्थ्य मंत्री ने इस बात पर खुशी जाहिर की कि राज्य में कुल 1 करोड़ 6 लाख 41 हजार वैक्सीन की डोज लगाई जा चुकी है। जिसमें 95 प्रतिशत लोगों को पहली डोज तथा 42 प्रतिशत लोगों को दोनों डोज लग चुकी हैं। वैक्सीन की पहली खुराक लेने वालों में 99 प्रतिशत हेल्थ केयर वर्कर्स तथा फ्रंट लाइन वर्कर्स शामिल हैं।
अब तक प्रदेशभर में 45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के 95 प्रतिशत लोगों ने प्रथम खुराक तथा 64 प्रतिशत लोगों ने दोनों खुराक ले ली हैं जबकि 18 वर्ष से 44 वर्ष के 90 प्रतिशत लोगों ने प्रथम खुराक तथा 30 प्रतिशत लोगों कों दोनों खुराक लगाई जा चुकी है।