विश्व प्रसिद्ध भू बैकुंठ धाम बदरीनाथ के कपाट खुलने को लेकर जनपद टिहरी गढ़वाल में तैयारियां जोरों से शुरू हो गई है। अवगत है कि बदरीनाथ के कपाट खुलने की मुख्य प्रक्रिया नरेंद्रनगर टिहरी गढ़वाल स्थित राजमहल से निकले गाडू घड़ा कलश यात्रा से शुरू होती है। भगवान बद्री विशाल के लेप और अखंड ज्योति जलाने के लिए उपयोग होने वाले तिल के तेल को राजमहल में बड़ी ही पवित्रता से राजपरिवार और डिमरी समाज की सुहागिन महिलाओं के हाथों से निकाला जाता है। तेल निकालने की यह परंपरा काफी पुरानी है। तेल बिना किसी मशीन के परंपरागत तरीके और हाथों से ही पिरोया जाता है तथा इसे ही बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने में शुरुआती प्रक्रिया माना जाता है।
मंगलवार को नरेंद्रनगर स्थित राजमहल में पौराणिक परंपराओं का निर्वाह्न करते हुए राजमहल को दुल्हन की तरह फूल-मालाओं से सजाया गया तथा टिहरी सांसद और महारानी माला राज्य लक्ष्मी शाह की उपस्थिति में विधि-विधान से पूजा अर्चना की गई। उसके बाद 40 से अधिक सुहागिन महिलाओं द्वारा पीला वस्त्र धारण कर सिलबट्टे से तिलों का तेल पिरोया गया। तिलों का यह तेल भगवान बदरी विशाल के अभिषेक के लिए प्रयोग किया जाता है। गाडू घड़ा तेल कलश यात्रा और भगवान बद्री विशाल के कपाट खोलने की तिथि बसंत पंचमी के पावन अवसर पर राजपुरोहितों द्वारा निकाली जाती है। इस बार भगवान बद्री विशाल के कपाट श्रद्धालुओं के लिए 04 मई, 2025 को प्रातः 6 बजे खोल दिए जाएंगे।
इस अवसर पर महारानी माला राज्य लक्ष्मी शाह ने कहा कि श्री बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की प्रथम प्रक्रिया नरेंद्रनगर के राजमहल में तिल के तेल की पिरोई से शुरू होती है। कहा कि बदरीनाथ धाम में प्रथम पूजा नरेंद्रनगर राजा के नाम से संपन्न होनी चाहिए। उन्होंने तिल की पिरोई को महत्व देते हुए बताया कि गाडू घड़ा कलश यात्रा के दौरान पौराणिक परंपराओं को जीवित रखते हुए धार्मिक विधि विधान से ही कार्यक्रम होता है। उन्होंने देश-विदेश के पर्यटकों से चारधाम यात्रा में अधिक से अधिक संख्या में पहुंचने का न्योता दिया।
गाडू घड़ा तेलकलश यात्रा 22 अप्रैल को राजदरबार नरेंद्र नगर से शुरू
नरेंद्रनगर/ऋषिकेश 22 अप्रैल। श्री बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने के अवसर पर भगवान बदरीविशाल के अभिषेक एवं अखंड ज्योति हेतु प्रयुक्त होनेवाले तिलों के तेल का कलश “गाडू घड़ा यात्रा” का आज मंगलवार 22 अप्रैल राजदरबार नरेंद्रनगर से शुभारंभ हो गया है।
देर शाम को राजमहल नरेंद्र नगर से महाराजा मनुजयेंद्र शाह ने सांसद महारानी माला राज्य लक्ष्मी शाह सहित राजपरिवार तथा राजपुरोहित कृष्ण प्रसाद उनियाल एवं पुजारीगणों, श्रद्धालुओं, श्री डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत के पदाधिकारियों की उपस्थिति में तेलकलश गाडू घड़ा को बदरीनाथ धाम के लिए रवाना करेंगे।
आज ही देर शाम को तेलकलश यात्रा पहले पड़ाव श्री बदरीनाथ – केदारनाथ मंदिर समिति ( बीकेटीसी )के रेल्वे रोड ऋषिकेश चेला चेतराम धर्मशाला/ विश्राम गृह पहुंचेगी तथा कल सुबह श्रद्धालु तेलकलश गाडू घड़ा के दर्शन करेंगे,बीकेटीसी मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल सहित विशिष्ट अतिथि गण तेलकलश यात्रा के दर्शन को ऋषिकेश पहुंचेंगे।
बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया कि श्री डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत के पदाधिकारी तथा सदस्य 21 अप्रैल शाम को डिम्मर से ऋषिकेश मंदिर समिति धर्मशाला /विश्राम गृह पहुंच गये थे तथा आज मंगलवार 22 अप्रैल सुबह को राजदरबार नरेंद्र नगर पहुंचे जहां सांसद/रानी माला राज्य लक्ष्मी शाह सहित सुहागिन महिलाएं पीत वस्त्र धारण कर परंपरागत रूप से ओखली में तिलों को कूटकर हाथों से तेल पिरोकर चांदी के घड़े में रखा। देर शाम को तेलकलश की पूजा-अर्चना तथा भोग के बाद महाराजा मनुजयेंद्र शाह तेल कलश को श्री बदरीनाथ धाम के लिए रवाना करेंगे पहले पड़ाव ऋषिकेश सहित विभिन्न पड़ावों से होकर तेलकलश 3 मई शाम को श्री बदरीनाथ धाम पहुंचेगा तथा 4 मई को प्रात: 6 बजे भगवान बदरीविशाल मंदिर के कपाट खुलेंगे।
इस अवसर पर राजपुरोहित कृष्ण प्रसाद उनियाल, श्री डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत के अध्यक्ष आशुतोष डिमरी, उपाध्यक्ष भास्कर डिमरी, नौटियाल, राजदरबार के ओएसडी, राजपाल जड़धारी, भगवती प्रसाद डिमरी, संजय डिमरी, हरीश डिमरी,डा. अनूप डिमरी, शैलेन्द्र डिमरी, दिवाकर डिमरी ऋषिकेश में गुलशन तलवार, प्रेमकिशोर नौटियाल, विनोद अग्रवाल पवन गोयल,राजेश अग्रवाल, डिमरी केंद्रीय पंचायत पूर्व अध्यक्ष विनोद डिमरी, सुरेश डिमरी, दिनेश डिमरी,राजेंद्र डिमरी,विपुल डिमरी, मंदिर समिति पूर्व सदस्य हरीश डिमरी, सरोज डिमरी, बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़, प्रबंधक विशाल पंवार, प्रबंधक सोबन सिंह रावत, वेद किशोर नौटियाल, सरपंच विजय राम डिमरी ,भोलादत्त डिमरी, सुभाष डिमरी,गोवर्धन डिमरी, प्रकाश डिमरी,सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालुजन मौजूद रहे।
बुधवार 23 अप्रैल प्रात: से ही श्री बदरीनाथ – केदारनाथ मंदिर समिति की चेला चेतराम धर्मशाला रेल्वे रोड ऋषिकेश में तेलकलश गाडू घडा,की पूजा-अर्चना होगी तथा दिन तक श्रद्धालु दर्शन करेंगे एवं प्रसाद ग्रहण करेंगे।
23 अप्रैल अपराह्न को गाडूघड़ा श्री शत्रुघ्न मंदिर मुनिकीरेती प्रवास हेतु प्रस्थान होगा।