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Wednesday, May 1, 2024
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Commonwealth Games 2022 : भारत ने 22 स्वर्ण, 16 रजत और 23 कांस्य सहित कुल 61 पदक जीते

बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में सारे प्रतिस्पर्धी मुकाबले समाप्त हो चुके हैं। भारत ने 22 स्वर्ण, 16 रजत और 23 कांस्य सहित कुल 61 पदक अपने नाम किए। मीराबाई चानू ने पहला और अचंत शरत कमल ने आखिरी स्वर्ण जीता। इस दौरान पीवी सिंधु, निकहत जरीन और बजरंग पूनिया जैसे दिग्गज एथलीट ने भी गोल्ड जीतकर देश का नाम रोशन किया।

टोक्यो ओलंपिक की रजत पदक विजेता मीराबाई चानू ने भारत को पहला स्वर्ण दिलाया। उन्होंने वेटलिफ्टिंग में 49 किलोग्राम भार वर्ग में स्वर्ण पदक अपने नाम किया। मीराबाई लगातार तीन राष्ट्रमंडल खेलों में पदक जीतने में कामयाब रहीं। 2014 ग्लास्गो में मीरा ने रजत पदक और 2018 गोल्ड कोस्ट में स्वर्ण पदक जीता था।

भारत को बर्मिंघम में दूसरा स्वर्ण पदक वेटलिफ्टिंग में ही जेरेमी लालरिनुंगा ने दिलाया। उन्होंने 67 किग्रा भारवर्ग में इतिहास रच दिया। जेरेमी ने 300 किग्रा भार उठाकर देश को सोना दिलाया। वह बर्मिंघम में स्वर्ण जीतने वाले पहले भारतीय पुरुष एथलीट हैं।

वेटलिफ्टिंग में ही भारत को तीसरा स्वर्ण मिला। 20 साल के अचिंता शेउली ने 73 किलोग्राम भारवर्ग में स्नैच राउंड में 143 किलो और क्लीन एंड जर्क राउंड में 170 किलो समेत कुल 313 किलो वजन उठाया।

लॉन बॉल में भारतीय महिला टीम ने स्वर्ण जीता। उसने पहली बार राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक हासिल किया। इस टीम में लवली चौबे, पिंकी, नयनमोनी सैकिया और रूपा रानी टिर्की की चौकड़ी थी। भारत का लॉन बॉल में यह पहला पदक है।

बर्मिंघम में टेबल टेनिस में पहला स्वर्ण पदक पुरुष टीम ने जीता। भारत ने फाइनल में सिंगापुर को 3-1 से हराया। पुरुष टीम में हरमीत देसाई, साथियान ज्ञानशेखरन, अचंत शरत कमल और सनील शेट्टी शामिल थे।

भारत के पैरा-पावरलिफ्टर सुधीर ने स्वर्ण जीतकर इतिहास रच दिया। वह राष्ट्रमंडल खेलों में पैरा-पावरलिफ्टिंग (दिव्यांग एथलीट्स की वेटलिफ्टिंग) में भारत के लिए स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय एथलीट बन गए।

स्टार पहलवान बजरंग पूनिया ने स्वर्ण पदक अपने नाम किया। उन्होंने कुश्ती के 65 किलोग्राम भारवर्ग में फाइनल में कनाडा के पहलवान लचलान को 9-2 से शिकस्त दी। बजरंग का यह राष्ट्रमंडल खेलों में लगातार तीसरा पदक और लगातार दूसरा स्वर्ण है। इससे पहले उन्होंने 2014 ग्लास्गो राष्ट्रमंडल खेलों में रजत, 2018 गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण जीता था।

भारत की दिग्गज पहलवान और 2016 ओलंपिक मेडलिस्ट साक्षी मलिक ने एक बार फिर से देश का नाम रोशन किया। उन्होंने महिलाओं की 62 किलोग्राम भारवर्ग के फाइनल में कनाडा की एन्ना गोडिनेज गोंजालेज को पिनफॉल से हराकर स्वर्ण अपने नाम किया। राष्ट्रमंडल खेलों में यह साक्षी का पहला स्वर्ण और कुल तीसरा पदक है।

पहलवान दीपक पूनिया ने भारत को कुश्ती में स्वर्ण दिलाया। उन्होंने 86 किलोग्राम भारवर्ग के फाइनल में पाकिस्तान के मोहम्मद इनाम को 3-0 से हरा दिया। यह राष्ट्रमंडल खेलों में दीपक का पहला पदक है और उन्होंने सीधे स्वर्ण के साथ शुरुआत की।

ओलंपिक सिल्वर मेडलिस्ट रवि दहिया ने पुरुषों के फ्रीस्टाइल 57 किलोग्राम भारवर्ग में स्वर्ण जीता। यह उनका पहला राष्ट्रमंडल खेल है और रवि ने स्वर्ण के साथ शुरुआत की। फाइनल में रवि ने नाइजीरियन पहलवान एबीकेवेनिमो वेल्स को एकतरफा मुकाबले में 10-0 से हरा दिया।

स्टार महिला पहलवान विनेश फोगाट ने कुश्ती के 53 किलोग्राम भारवर्ग में स्वर्ण पदक जीत लिया। विनेश का यह राष्ट्रमंडल खेलों में लगातार तीसरा स्वर्ण है। इससे पहले उन्होंने 2014 में कुश्ती के 48 किलोग्राम भारवर्ग और 2018 में 50 किलोग्राम भारवर्ग में स्वर्ण पदक अपने नाम किया था।

पहलवान नवीन मलिक ने फाइनल में पाकिस्तान के खिलाड़ी को पटखनी देकर शानदार जीत हासिल की। उन्होंने पहली बार राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण जीता।

पैरा टेबल टेनिस में भाविना हसमुखभाई पटेल ने स्वर्ण जीत लिया। उन्होंने फाइनल में नाइजीरिया की इफेचुकवुदे क्रिस्टियाना को लगातार तीन गेमों में 12-10, 11-2, 11-9 से हरा दिया। भाविना इस पूरे टूर्नामेंट में अजेय रहीं।

महिलाओं के 45-48 किग्रा भारवर्ग के फाइनल मैच में नीतू घणघस ने इंग्लैंड की डेमी जाडे को 5-0 से हराया। उन्होंने पहली बार राष्ट्रमंडल खेलों में कोई पदक अपने नाम किया है। वह यूथ वर्ल्ड चैंपियनशिप 2017 और 2018 में स्वर्ण जीत चुकी हैं।

पुरुषों के 48-51 किग्रा भारवर्ग में अमित पंघाल ने किआरन मैकडोनाल्ड को 5-0 हराया। अमित ने पहली बार राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण अपने नाम किया। पिछली बार 2018 गोल्ड कोस्ट में रजत पदक जीता था।

पुरुषों के ट्रिपल जंप में एल्डोस पॉल ने इतिहास रच दिया। एल्डोस राष्ट्रमंडल खेलों के ट्रिपल जंप में भारत के लिए स्वर्ण जीतने वाले पहले एथलीट हैं। उन्होंने अपने तीसरे प्रयास में 17.03 मीटर की सर्वश्रेष्ठ दूरी तय की।

48-50 किग्रा (लाइट फ्लाई) वर्ग के फाइनल में विश्व चैंपियन निकहत जरीन ने उत्तरी आयरलैंड की कार्ली नॉल को 5-0 से हराया। निकहत जरीन पहली बार राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण जीतने में सफल रही हैं। यह उनका इन खेलों में पहला पदक भी है। निकहत ने इसी साल विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक अपने नाम किया था।

टेबल टेनिस में अचंता शरत कमल और श्रीजा अकुल की जोड़ी ने मिक्स्ड डबल्स में स्वर्ण पदक जीता। दोनों ने मलेशिया के जावेन चुंग और कारेन लाइने को 11-4, 9-11, 11-5, 11-6 से हराकर गोल्ड अपने नाम किया।

भारत की स्टार शटलर पीवी सिंधु ने राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीत लिया। उन्होंने महिला एकल के फाइनल में कनाडा की मिशेल ली को हरा दिया। वह पहली बार राष्ट्रमंडल खेलों में एकल स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतने में सफल रहीं। इससे पहले 2018 गोल्ड कोस्ट में उन्हें मिक्स्ड टीम स्पर्धा में स्वर्ण मिला था।

बैडमिंटन के पुरुष एकल में लक्ष्य सेन ने स्वर्ण पदक जीता। फाइनल में उन्होंने मलेशिया के एंग जे योंग को 19-21, 21-9, 21-16 से हरा दिया। इस स्वर्ण के साथ ही लक्ष्य राष्ट्रमंडल खेलों के पुरुष एकल में पदक जीतने वाले भारत के 10वें खिलाड़ी और स्वर्ण जीतने वाले चौथे एथलीट बन गए।

पुरुष युगल में सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की जोड़ी ने स्वर्ण पदक अपने नाम कर लिया है। देश को पहली बार पुरुष युगल में स्वर्ण मिला है। सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी ने इंग्लैंड के बेन लेन और सीन वेंडी की जोड़ी को हराया।

भारत के दिग्गज टेबल टेनिस प्लेयर अचंता शरत कमल ने पुरुष एकल में स्वर्ण जीत लिया। यह उनका बर्मिंघम में तीसरा स्वर्ण है। इससे पहले उन्होंने मेन्स टीम इवेंट और मिक्स्ड डबल्स में स्वर्ण जीता था।

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