उत्तरकाशी। भारत-चीन सीमा पर लापता तीन पोर्टरों के शव बरामद कर लिए गए हैं। पोर्टर आईटीबीपी गश्ती दल के साथ सीमा पर गए थे। पोर्टरों के शव आइटीबीपी की नीला पानी चौकी से डेढ़ किलोमीटर दूर सीमा की ओर बर्फ में दबे मिले।
शवों के बरामद होने की सूचना आईटीबीपी प्रशासन ने हर्षिल थाने में दी है। एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने बताया कि शवों को उत्तरकाशी लाया जाएगा। जहां पीएम के बाद परिजनों को सौंप दिया जाएगा।
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यहां जिले से लगी भारत-चीन सीमा पर भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) की टीम के साथ सीमा पर लंबी दूरी गश्त के लिए रवाना हुए तीन पोर्टरों के लापता होने की सूचना मिली है। बताया जा रहा है कि गश्त से वापसी के दौरान तीनों पोर्टर रास्ता भटक गए।
क्षेत्र में हो रही बर्फबारी के चलते अभी तक इन पोर्टरों का कोई सुराग नहीं मिल पाया है। आईटीबीपी ने इन पोर्टरों को खोजने के लिए वायु सेना और राज्य आपदा प्रबंधन से मदद मांगी है।
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नागा और नीलापानी चैकी से भी बुधवार की सुबह 20-20 आईटीबीपी जवानों की टीम खोज और बचाव के लिए रवाना हुई है। राहत-बचाव अभियान में बर्फ रुकावट पैदा कर रहा है। यहां छह फीट बर्फ पड़ी हुई है। जिस वजह से अभियान में बाधा आ रही है।
बताया जा रहा है कि लंबी दूरी गश्त के लिए 15 अक्टूबर को तीन पोर्टरों के साथ आईटीबीपी की टीम भारत-चीन सीमा स्थित नीलापानी चैकी से सीमा के लिए रवाना हुई थी।
इस टीम में उत्तरकाशी जनपद के तीन पोर्टर भी थे। गश्त के बाद टीम वापस लौटी। टीम के साथ पोर्टर भी वापस लौट रहे थे, लेकिन 17 अक्तूबर को बर्फबारी होने के कारण पोर्टर आईटीबीपी की टीम से बिछड़ गए। इन पोर्टरों को 18 अक्तूबर को वापस नीलापानी स्थित भारत तिब्बत सीमा पुलिस की चैकी पर लौटना था।
इस बीच सेना द्वारा क्षेत्र के पांच और पोर्टर को भी रवाना किया गया है। मदद के लिए सेना का हेलीकाप्टर भी पहुंच गया है। लापता पोर्टरों की तलाश जारी है।