मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड के निर्देशो के क्रम में प्रदेश के निवासियों को साइबर अपराधियों द्वारा जनता से ठगी करने वालो पर सख्ती से कार्यवाही कर पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार द्वारा राज्य के साईबर अपराधियों के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान के तहत एसटीएफ एवं साइबर पुलिस स्टेशन को प्रभावी कार्यवाही हेतु दिशा निर्देश दिये गये है।
वर्तमान में साइबर अपराधी आम जनता की गाढ़ी कमाई हड़पने हेतु अपराध के नये-नये तरीके अपनाकर धोखाधड़ी कर रहे है, जिस क्रम में साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन व एसटीएफ उत्तराखण्ड द्वारा आम जनमानस को जागरुक एवं साईबर अपराधियों की धरपकड़ की जा रही है।
इसी क्रम में कोतवाली ऋषिकेश पर पंजीकृत मु0अ0सं0 640/2022 धारा 420, 120बी भादवि की विवेचना हस्व आदेश उच्च अधिकारी गण के साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन में नियुक्त उ0नि0 हिम्मत सिंह द्वारा सम्पादित की जा रही थी, विवेचना में सुरागरसी पतारसी कर साक्ष्य संकलन की कार्यवाही के तहत साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन / एसटीएफ उत्तराखण्ड की टीम द्वारा दिनांक 24.01.23 को अभियुक्त EBUKA OBI S/O PASCAL OBI R/O P BLOCK MOHAN GARDEN, NEW DELHI मूल निवासी घाना, वैस्ट अफ्रिका को 10 मोबाईल हैण्डसैट, 3 सिम कार्ड, 3 डैबिट कार्ड, 2 नोट बुक के साथ गिरफ्तार किया गया ।
अपराध का तरीकाः-
गिरफ्तार किये गये अभियुक्त द्वारा विभिन्न मोबाईल नम्बरों से कॉल कर गिफ्ट भेजने का प्रलोभन देकर अथवा स्वंय को कस्टम का अधिकारी बताकर टैक्स जमा करने के नाम पर धोखाधड़ी से विभिन्न खातों में पैसा मंगवाया जाता है ।
गिरफ्तार अभियुक्त-
1- EBUKA OBI S/O PASCAL OBI R/O P BLOCK MOHAN GARDEN, NEW DELHI मूल निवासी GHANA, WEST AFRICA
बरामदगी-
1- 10 मोबाईल हैण्डसैट
2- 3 सिम कार्ड
3- 3 डैबिट कार्डॉ
4- 2 नोट बुक
पुलिस टीम-
1- उ0नि0 हिम्मत सिंह
2- उ0नि0 आशीष गुसांई
3- उ0नि0 राजेश ध्यानी
4- कानि0 शादाब अली
5- कानि0 नितिन रमोला
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक स्पेशल टॉस्क फोर्स उत्तराखण्ड द्वारा अपनी टीम को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि न केवल अपराधियों की पहचान करना है, गिरफ्तार करना है बल्कि इस तरह की धोखाधड़ी को भी रोकना है, जिनके ऊपर प्रभावी काम किया जा रहा है जिससे पूरे भारत में नागरिक लाभान्वित होंगे।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक स्पेशल टॉस्क फोर्स द्वारा जनता से अपील की है कि वे किसी भी प्रकार के प्रलोभन में न आयें । किसी भी आँनलाईन गिफ्ट एवं ईनाम जीतने के लालच में आकर धनराशि देने तथा अपनी व्यक्तिगत जानकारी व महत्वपूर्ण डाटा शेयर करने से बचना चाहिये।
किसी भी प्रकार का ऑनलाईन गिफ्ट लेने से पूर्व उक्त की पूर्ण जानकारी सम्बन्धित कम्पनी आदि से भलींभांति इसकी जांच पड़ताल अवश्य करा लें । कोई भी शक होने पर तत्काल निकटतम पुलिस स्टेशन या साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन को सम्पर्क करें । कोई भी वित्तीय साइबर धोखाधड़ी शक होने पर तत्काल निकटतम पुलिस स्टेशन या साइबर हेल्पलाईन 1930 या साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन पर सम्पर्क करें ।