राज्य के एक मात्र व्यवसायिक महाविद्यालय पैठाणी पौड़ी गढ़वाल में शासन द्वारा निदेशक सहित कुल 34 पदों की स्वीकृति प्रदान कर दी गई है। इसी के साथ वर्तमान शैक्षिक सत्र से महाविद्यालय में शैक्षिण गतिविधियां शुरू करने का रास्ता साफ हो गया है। महाविद्यालय के संचालन के लिए शासन द्वारा एक विशेष कार्याधिकारी की नियुक्ति भी कर दी गई है।
आज विधानसभा स्थित अपने कार्यालय में उच्च शिक्षा, स्वास्थ्य, सहकारिता, प्रोटोकॉल, आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास मंत्री डा. धन सिंह रावत ने मीडिया से मुखातिब होते हुए उक्त जानकारी दी। डॉ. रावत ने कहा कि भारत सरकार द्वारा पूरे देश में छह व्यवसायिक महाविद्यालयों की स्वीकृति प्रदान की गई थी जिन में से एक महाविद्यालय उत्तराखंड को मिला था।
महाविद्यालय में स्थाई नियुक्ति होने तक कॉलेज के संचालन के लिए शासन द्वारा राजकीय पीजी कॉलेज टिहरी के वरिष्ठ एसोसिएट प्रोफेसर कुलदीप सिंह को विशेष कार्याधिकारी के रूप में तैनात किया गया है। महाविद्यालय के निर्माण हेतु भारत सरकार द्वारा रूसा परियोजना के अंतर्गत रू0 26 करोड़ की धनराशि प्राप्त हुई थी। जिसके तहत महाविद्यालय भवनों का निर्माण लगभग 80 फीसदी पूर्ण हो चुका है।
डा. रावत ने बताया कि महाविद्यालय पूरी तरह आवासीय होगा। जहां छात्र-छात्राओं के लिए छात्रावास की पूरी व्यवस्था रहेगी। महाविद्यालय में पांच प्रकार के कोर्स संचालित होंगे। जिसमें तीन बी.टेक कम्प्युटर सांइस एंड इंजीनियरिंग, कन्ट्रक्शन टेक्नोलॉजी, फूड टेक्नोलॉजी तथा दो कोर्स बीएससी ऑनर्स पीसीएम और रिनेवल एनर्जी से संबंधित होंगे।
शासन ने महाविद्यालय के लिए निदेशक सहित कुल 34 पदों की स्वीकृति प्रदान की है जिनमें निदेशक, प्रोफेसर के एक-एक पद, एसोसिएट प्रोफेसर के तीन, असिसटेंट प्रोफेसर के आठ, पुस्तकालय अध्यक्ष, कार्यालय अधीक्षक, सहायक कार्यालय अधीक्षक, सहायक लेखाकार, वरिष्ठ सहायक, पुस्तकालय लिपिक के एक-एक पद, कनिष्ठ सहायक और प्रयोगशाला सहायक के दो-दो पद स्वीकृत किये हैं।
इसके अलावा आउट सोर्स के अंतर्गत डाटा इंट्री ऑपरेटर, बुक लिफ्टर, कैटलॉगर, स्वच्छक, परिचर और माली आदि के 11 पद की स्वीकृति दी गई है। डा. रावत ने बताया कि महाविद्यालय में शैक्षिक गतिविधियां इसी शिक्षण सत्र से शुरू की जायेंगी। महाविद्यालय का उद्घाटन माह अक्टूबर में केन्द्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान एवं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के द्वारा किया जायेगा।