उत्तरकाशी जनपद के धराली गांव में बादल फटने से खीरगंगा में भयंकर बाढ़ आ गई। डीएम प्रशांत आर्य ने बताया की धराली आपदा में अब तक चार लोगों की मौत हुई है। जबकि कई लोगों के मलबे में दबे होने की सूचना है। पानी का सैलाब गांव की तरफ आते ही लोगों में चीख पुकार मच गई। कई होटलों में पानी और मलबा घुस गया है। धराली बाजार पूरी तरह तबाह हो गया है। कई होटल दुकाने ध्वस्त हो चुकी है। आर्मी हर्षिल/पुलिस/एसडीआरएफ टीम भटवाड़ी के लिए रवाना हुई हैं।
उत्तरकाशी के धराली में आई आपदा पर पीएम मोदी ने दुख जताया। उन्होंने एक्स पर लिखा ‘इस त्रासदी से प्रभावित लोगों के प्रति मैं अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं। इसके साथ ही सभी पीड़ितों की कुशलता की कामना करता हूं। मुख्यमंत्री पुष्कर धामी जी से बात कर मैंने हालात की जानकारी ली है। राज्य सरकार की निगरानी में राहत और बचाव की टीमें हरसंभव प्रयास में जुटी हैं। लोगों तक मदद पहुंचाने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी जा रही है।’
उत्तरकाशी के धराली में हुई इस त्रासदी से प्रभावित लोगों के प्रति मैं अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं। इसके साथ ही सभी पीड़ितों की कुशलता की कामना करता हूं। मुख्यमंत्री पुष्कर धामी जी से बात कर मैंने हालात की जानकारी ली है। राज्य सरकार की निगरानी में राहत और बचाव की टीमें हरसंभव…
— Narendra Modi (@narendramodi) August 5, 2025
हेल्पलाइन नंबर जारी
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गृहमंत्री अमित शाह ने सीएम से की बात
उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के धराली गांव में बादल फटने की दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने गहरा दुःख प्रकट किया है। उन्होंने इस आपदा में जन-धन की हानि पर संवेदना व्यक्त की है और प्रभावित परिवारों के प्रति सहानुभूति जताई है।
श्री अमित शाह ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी से फोन पर बात कर घटना की विस्तृत जानकारी प्राप्त की तथा राज्य सरकार को हर संभव केंद्रीय सहायता का आश्वासन दिया।
गृह मंत्री ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए एनडीआरएफ एवं अन्य राहत एजेंसियों को तत्परता से कार्य करने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी अपना दौरा स्थगित कर तत्काल देहरादून के लिए रवाना हो गए हैं।
केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह लगातार राज्य सरकार के संपर्क में हैं और केंद्र सरकार की ओर से प्रभावित क्षेत्र में तत्काल एवं आवश्यक सहायता सुनिश्चित की जा रही है।
सीएम धामी ने जताया दुख
धराली उत्तरकाशी क्षेत्र में बादल फटने से हुए भारी नुकसान का सीएम धामी ने गहरा दुख जताया। उन्होंने कहा कि राहत एवं बचाव कार्यों के लिए एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, जिला प्रशासन और अन्य संबंधित टीमें युद्ध स्तर पर जुटी हुई हैं। इस सम्बन्ध में लगातार वरिष्ठ अधिकारियों से संपर्क में हूं।
दो एमआई और एक चिनूक हेलिकॉप्टर राहत बचाव का अनुरोध
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के पास उत्तरकाशी में बादल फटने की प्राथमिक सूचना प्राप्त हुई है। उत्तराखंड आपदा प्रबंधन विभाग ने भारत सरकार को दो एमआई और एक चिनूक हेलिकॉप्टर राहत और बचाव कार्य के लिए देने का अनुरोध किया है।
उत्तराखंड में भारी बारिश ने तबाही मचाई हुई है। आज मंगलवार सुबह ही उत्तरकाशी बडकोट तहसील क्षेत्र के बनाल पट्टी में भारी अतिवृष्टि होने से चपेट में आई करीब डेढ़ दर्जन बकरियां कुड गदेरे में बह गई। कुड गदेरा उफान पर आने से अफरातफरी मच गई। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक रोहित थपलियाल ने बताया, प्रदेश भर में 10 अगस्त तक भारी बारिश होने की संभावना है। खासकर पर्वतीय इलाकों में तेज दौर की बारिश के आसार हैं। वहीं, बारिश की वजह से सुरक्षा को देखते हुए देहरादून, पौड़ी, टिहरी और हरिद्वार में मंगलवार को भी स्कूल बंद रहेंगे।
जनपद में बीती रविवार देर रात से हो रही बारिश के कारण स्यानाचट्टी के पास यमुनोत्री हाईवे का करीब 25 मीटर हिस्सा धंस गया है जिससे आवाजाही बंद हो गई है। वहीं स्यानाचट्टी के एक ओर पहाड़ी से बोल्डर गिर रहे हैं। उधर, गंगोत्री हाईवे सुबह से दोपहर तक कई स्थानों पर अवरुद्ध रहा। इस वर्ष का मानसून की बारिश के कारण यमुनोत्री हाईवे पर परेशानी थमने का नाम नहीं ले रही है। बीते रविवार देर रात से जारी बारिश के कारण ओजरी डाबरकोट, स्यानाचट्टी के पास मलबा, बोल्डर गिरने से सड़क पर आवाजाही बंद हो गई थी। वहीं स्यानाचट्टी के दूसरी ओर कुपड़ा मोटर मार्ग के समीप करीब 25 मीटर सड़क धंसने से परेशानी बढ़ गई है।
एनएच विभाग की ओर से ओजरी डाबरकोट सहित पालीगाड और स्यानाचट्टी के समीप एक स्थान पर आवाजाही शुरू करवा दी गई लेकिन सड़क करीब 25 मीटर धंसने से एनएच विभाग की मशीनरी को मार्ग खोलने में परेशानी हो रही है। ईई मनोज रावत मौके पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि बारिश के चलते हाईवे खोलने में दिक्कत आ रही है। हाईवे धंसने वाली जगह पर शाम तक अंदर की ओर थोड़ा बहुत कटिंग कर छोटे वाहनों को निकालने का प्रयास किया जाएगा। वहीं दूसरी ओर गंगोत्री हाईवे पर भी सुबह से दोपहर के बीच में डबराणी सहित नाग मंदिर और नेताला के समीप करीब एक से दो घंटे तक मलबा आने के कारण आवाजाही बंद रही। बीआरओ की ओर से उसे खुलवाकर आवागमन सुचारू किया गया।