11.3 C
Dehradun
Friday, April 19, 2024
Homeहमारा उत्तराखण्ड28 अक्टूबर को रहेगा अहोई अष्टमी का व्रत, बृहस्पतिवार और पुष्य नक्षत्र...

28 अक्टूबर को रहेगा अहोई अष्टमी का व्रत, बृहस्पतिवार और पुष्य नक्षत्र होने से बन रहा है अद्भुत संयोग

इस वर्ष संतान की लंबी आयु और प्रगति के लिए रखा जाने वाला अहोई अष्टमी का व्रत 28 अक्टूबर को रखना शास्त्र सम्मत है। बृहस्पतिवार और पुष्य नक्षत्र होने से व्रत की महत्ता कई गुना बढ़ गई है।

उत्तराखंड ज्योतिष रत्न आचार्य डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल बताते हैं कि यद्यपि 28 अक्टूबर को प्रातः काल से सप्तमी तिथि है जो दोपहर 12:49 तक रहेगी उसके बाद अष्टमी तिथि प्रारंभ हो जाएगी। निर्णय सिंधु के अनुसार शुक्ल पक्ष में अष्टमी का व्रत नवमी युक्त तथा कृष्ण पक्ष में सप्तमी युक्त लिया जाता है और अहोई अष्टमी का संबंध विशेष रुप से तारों से है। जिस स्थिति में तारे उदय हो रहे हो उसी तिथि को व्रत होता है और उस दिन अष्टमी तिथि में तारों का उदय हो रहा है इसलिए व्रत 28 तारीख को ही रखा जाएगा।

आचार्य घिल्डियाल विश्लेषण करते हुए बताते हैं की अष्टमी तिथि 29 तारीख को दोपहर 2:11 तक रहेगी 28 तारीख को सुबह से पुनर्वसु नक्षत्र 9:39 तक है उसके बाद ज्योतिष शास्त्र में अत्यधिक महत्वपूर्ण पुष्य नक्षत्र प्रारंभ हो जाएगा।

जो 29 तारीख को प्रातः 11:38 तक रहेगा बृहस्पतिवार भी और पुष्य नक्षत्र भी एक साथ होना बहुत बड़ा संयोग है इसलिए मातृशक्ति को चाहिए कि 28 तारीख को प्रातः काल स्नान कर माता पार्वती और भगवान शिव सहित पूरे शिव परिवार का पूजन करें सायंकाल तारों को दूध फूल का अर्घ्य देने के बाद व्रत का पारायण करें।

डॉक्टर घिल्डियाल का कहना है कि जिन स्त्रियों को विवाह के कुछ वर्ष बाद भी संतान की प्राप्ति अभी तक नहीं हुई है वह भी इस दिन श्रद्धा से यदि व्रत रखें तो उन्हें भी संतान की प्राप्ति होगी और जिनकी संतान है उनकी संतान को दीर्घायु एवं सर्वत्र यशऔर सम्मान की प्राप्ति इस व्रत से होती है।

आचार्य ने यह भी बताया कि इस व्रत में कोई विशेष सामग्री की आवश्यकता नहीं होती है सामान्य रूप से निराहार रहकर देवी का ध्यान करते हुए व्रत रखने से ही फल की प्राप्ति हो जाती है।

आचार्य का परिचय

नाम-आचार्य डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल
प्रवक्ता संस्कृत। निवास स्थान- धर्मपुर चौक के पास अजबपुर रोड पर मोथरोवाला टेंपो स्टैंड 56 / 1 धर्मपुर देहरादून, उत्तराखंड। मोबाइल नंबर-9411153845
उपलब्धियां: वर्ष 2015 में शिक्षा विभाग में प्रथम गवर्नर अवार्ड से सम्मानित। उत्तराखंड के तत्कालीन मुख्यमंत्री हरीश रावत सरकार ने दी उत्तराखंड ज्योतिष रत्न की मानद उपाधि। त्रिवेंद्र सरकार ने दिया ज्योतिष विभूषण सम्मान। ज्योतिष में 5 सितंबर 2020 को प्रथम वर्चुअल टीचर्स राष्ट्रीय अवार्ड प्राप्त किया। वर्ष 2019 में ग्राफिक एरा में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने दिया ज्योतिष वैज्ञानिक सम्मान।

RELATED ARTICLES

Leave a reply

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -

Most Popular

- Advertisment -

Recent Comments

error: Content is protected !!