23.2 C
Dehradun
Monday, December 2, 2024
Homeस्वास्थ्यनेत्रहीन लोगों के लिए वरदान साबित हो रहा ऋषिकेश आई बैंक

नेत्रहीन लोगों के लिए वरदान साबित हो रहा ऋषिकेश आई बैंक

अखिल भारतीय आर्युविज्ञान संस्थान, एम्स ऋषिकेश का आई बैंक नेत्रहींन लोगों के लिए वरदान साबित हो रहा है। संस्थान में नेत्र कोष की स्थापना के बाद से अब तक 200 पीड़ित लोगों को सफलतापूर्वक कॉर्निया प्रत्यारोपित किए जा चुके हैं। संस्थान ने भारत से नेत्रहीनता का अभिशाप मिटाने के लिए लोगों से नेत्र दान का संकल्प लेने का आह्वान किया है।

कहा गया है कि आई डोनेशन के प्रण से ही लोग अंधता से मुक्ति पा सकते हैं। गौरतलब है कि एम्स ऋषिकेश में 26 अगस्त 2019 को आई बैंक की स्थापना की गई थी। नेत्र कोष की स्थापना के बाद से संस्थान में लगभग 2 साल 7 माह के अंतराल में अब तक 200 लोगों को सफलतापूर्वक कॉर्निया प्रत्यारोपण से नेत्र ज्योति प्राप्त हो चुकी है।

संस्थान के नेत्र विभागाध्यक्ष प्रोफेसर संजीव मितल ने बताया कि एम्स ऋषिकेश में कॉर्निया प्रत्यारोपण की सभी विश्वस्तरीय आधुनिकतम सुविधाएं उपलब्ध हैं। उन्होंने बताया कि नेत्र दान महादान के संकल्प के साथ मृत्यु उपरांत अपनी आंखें दान करने के इच्छुक व्यक्ति अपने इस संकल्प को साकार करने के लिए एम्स आई बैंक में संपर्क कर सकते हैं।

ऋषिकेश आई बैंक से ऑनलाइन जुड़कर कोई भी व्यक्ति इस महान कार्य में अपना योगदान सुनिश्चित कर सकते हैं। नेत्र रोग विभागाध्यक्ष प्रो. संजीव मित्तल ने बताया कि अब तक ऋषिकेश आई बैंक में 506 लोग नेत्रदान करने का संकल्प पत्र भर चुके हैं। नेत्र बैंक की टीम व एम्स अस्पताल के कर्मचारी नेत्रदान को लेकर जनजागरुकता मुहिम में जुटे हैं और इसके लिए लोगों को प्रेरित कर रहे हैं।

उन्होंने बताया कि हमारे विभाग की कॉर्निया- प्रत्यारोपण सर्जन डॉक्टर नीति गुप्ता द्वारा 200 रोगियों की आंखों की नष्ट हो चुकी पुतली ( कॉर्निया) के ऑपरेशन सफलता-पूर्वक किए जा चुके हैं।

संस्थान में देश के विभिन्न प्रांतों से मरीज यहां अपना नेत्र प्रत्यारोपण के लिए पहुंच रहे हैं। जिनमें उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश आदि राज्यों के कई मरीजों का एम्स नेत्र कोष में सफलतापूर्वक प्रत्यारोपण कर उनके जीवन को रोशन किया जा चुका है। खास बात यह है कि एम्स आई बैंक में कॉर्निया प्रत्यारोपण के तहत अब तक जिन नेत्रहीन बच्चों काे कॉर्निया प्रत्यारोपित किया गया है वह अब अपनी शिक्षा ग्रहण कर पा रहे हैं।

संस्थान की आई बैंक की निदेशक डा. नीति गुप्ता ने बताया कि हम सबको नेत्रदान महादान के अभियान से जुड़ना चाहिए और नेत्रहीन लोगों के अंधेरे जीवन में उजियारा लाने का संकल्प लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि किसी के जीवन को रोशनी से भरने से बढ़कर कोई दूसरा परोपकार नहीं है। नेत्रदान का संकल्प लेने वाले व्यक्ति ऋषिकेश आई बैंक, एम्स ऋषिकेश के दूरभाष नंबर 90685 63883 पर संपर्क कर सकते हैं।

RELATED ARTICLES

Leave a reply

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular

- Advertisment -

Recent Comments

error: Content is protected !!