भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) में पासिंग आउट परेड आगामी 10 दिसंबर को होगी। इसमें देश-विदेश के जेंटलमैन कैडेट बतौर अधिकारी बनकर अपने-अपने देश की सेना का अभिन्न अंग बनेंगे। पासिंग आउट परेड की रिहर्सल शुरू हो गई है।
आईएमए के जनसंपर्क अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल हिमानी पंत के अनुसार आईएमए एक अक्तूबर 1932 को अस्तित्व में आया था। पिछले 90 वर्षों में अकादमी ने अपनी प्रशिक्षण क्षमता 40 से 1650 जेंटलमैन कैडेट तक बढ़ा दी है। अभी तक 64,145 जेंटलमैन कैडेट अकादमी से पास आउट हुए हैं।
34 मित्र देशों के 2813 विदेशी कैडेट शामिल
इसमें 34 मित्र देशों के 2813 विदेशी कैडेट भी शामिल हैं। 10 दिसंबर को होने वाली पासिंग आउट परेड में सेना के तमाम वरिष्ठ अधिकारी, देश-विदेश के अतिथि व कैडेट के परिजन भी शामिल होंगे।
अकादमी अधिकारियों के अनुसार दो दिसंबर को ग्रेजुएशन सेरेमनी आयोजित होगी। जिसमें आर्मी कैडेट कॉलेज विंग के कैडेट को जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय की डिग्री से दीक्षित किया जाएगा। इसके बाद एसीसी विंग के यह कैडेट अकादमी का हिस्सा बन जाएंगे।
सात दिसंबर को कमांडेंट अवॉर्ड सेरेमनी
जबकि सात दिसंबर को कमांडेंट अवॉर्ड सेरेमनी आयोजित होगी। जिसमें सैन्य प्रशिक्षण के दौरान उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले कैडेट को पुरस्कृत किया जाएगा। आठ दिसंबर की सुबह कमांडेंट परेड होगी, जबकि मुख्य पासिंग आउट परेड से एक दिन पहले यानी नौ दिसंबर को अकादमी में मल्टी एक्टिविटी डिस्प्ले शो आयोजित किया जाएगा।