उच्च शिक्षा के स्तर को बेहतर बनाने के उद्देश्य से देवभूमि उत्तराखंड यूनिवर्सिटी में राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें शिक्षा जगत की जानी मानी हस्तियाँ शामिल होंगी।
मांडूवाला स्थित देवभूमि उत्तराखंड यूनिवर्सिटी में 9 अप्रैल को विश्वविद्यालय की शाखा आईक्यूएसी के तत्वावधान में “अकादमिक मान्यता की ढांचागत व्यवस्था में आईक्यूएसी की गुणवत्तापूर्ण पहल” विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें उच्च शिक्षा के स्तर को बेहतरबनाने, गुणवत्तापरक सुधार करने, शोध को बढ़ावा देने जैसे मुद्दों पर चर्चा की जायेगी।
देवभूमि उत्तराखंड यूनिवर्सिटी की कुलपति प्रोफ़ेसर (डॉ.) प्रीति कोठियाल ने प्रेस को संबोधित करते हुए बताया कि संगोष्ठी का प्रमुख उद्देश्य विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के अंतर्गत राष्ट्रीय मूल्यांकन और प्रत्यायन परिषद (एनएएसी)नैक के उन दिशा निर्देशों पर विचार विमर्श करना है, जिसके तहत छात्रों को बेहतर शैक्षणिक माहौल प्रदान करने सहित उनके भविष्य को संवारने की दिशा में कदम उठाया जा सके और साथ ही साथ नैक के दिशा निर्देशों के प्रति विशेषज्ञों, शोधार्थियों, शिक्षाविदों सहित आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन सेल (आईक्यूएसी) के समन्वयकों के समक्ष उत्पन्न होने वाली समस्याओं को दूर करना इस संगोष्ठी की प्राथमिकता होगी।
संगोष्ठी में मुख्य अतिथि के रूप में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की सदस्या प्रोफ़ेसर (डॉ.) सुषमा यादव उपस्थित होंगी। इसके अलावा जामिया हमदर्द डीम्ड यूनिवर्सिटी, दिल्ली के प्रोफ़ेसर (डॉ.) शेख़ रईसुद्दीन, वेंगार्ड बिजनेस एजुकेशन सर्विसेज, अमेरिका के संस्थापक प्रोफ़ेसर (डॉ.) वीजे बायरा रेड्डी, एचएनबी गढ़वाल यूनिवर्सिटी, श्रीनगर के प्रोफ़ेसर (डॉ.) ओम प्रकाश गुसाईं, एचवी देसाई कॉलेज, पुणे से पियूष एम पहाड़े सहित विभिन्न विश्वविद्यालयों और संस्थानों के शिक्षाविद हिस्सा लेंगे।
संगोष्ठी में नैक के नए दिशा निर्देशों से अवगत कराने के अलावा विश्वविद्यालय के प्रशासनिक प्रदर्शन में सुधार करने के उद्देश्य से नयी व्यवस्था विकसित करने पर भी ज़ोर दिया जायेगा। पत्रकार वार्ता का आयोजन देवभूमि उत्तराखंड यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति श्री संजय बंसल और उपकुलाधिपति श्री अमन बंसल की देखरेख में संपन्न हुआ, जिसमें उपकुलपति प्रोफ़ेसर (डॉ.) आरके त्रिपाठी, आयोजन सचिव डॉ. सयान्तन मुखोपाध्याय, डॉ. लक्ष्मी सपरा आदि उपस्थित रहे।