गोरखा राइफल्स के हवलदार व देहरादून के अनारवाला निवासी प्रदीप थापा नागालैंड में शहीद हुए थे। शुक्रवार सुबह को ड्यूटी के दौरान वह शहीद हो गए थे। रविवार को पूरे सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया।
इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अनारवाला गुच्चुपानी, देहरादून पहुंचकर शहीद हवलदार प्रदीप थापा के पार्थिव शरीर पर पुष्पांजलि अर्पित की व उनकी अंतिम यात्रा में शामिल हुए। उन्होंने ईश्वर से अमर शहीद की दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करने की प्रार्थना की।
इस दौरान उन्होंने परिवारजनों से भेंट कर अपनी शोक संवेदनाएं साझा कीं। उन्होंने कहा कि ईश्वर शोकाकुल परिवार को यह दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करें। शहीद हवलदार प्रदीप थापा के बलिदान को हम सब नमन करते हैं। उत्तराखंड सरकार शहीद के परिवार के साथ हमेशा खड़ी रहेगी।
इस दौरान कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी व अन्य लोग भी मौजूद रहे। रविवार को शहीद को नम आंखों से विदाई दी गई। उनकी अंतिम यात्रा में सैकड़ों लोग उमड़े। टपकेश्वर शमशान घाट में सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया।
गोरखा रेजीमेंट के जवानों ने तीन राउंड फायर कर शहीद को अंतिम सलामी दी। शहीद के भाई मदन थापा ने शहीद की चिता को मुखाग्नि दी। गोरखा राइफल में तैनात 39 वर्षीय हवलदार प्रदीप थापा 19 साल पहले सेना में भर्ती हुए थे।
वह अपने पीछे पत्नी सुजाता थापा के साथ दो बेटियां व एक बेटा छोड़ गए हैं। उनकी बड़ी बेटी 12 साल की है, जबकि दूसरी बेटी दस साल की। बेटा एक साल का है। बताया जा रहा है कि कुछ माह पहले ही वह छुट्टी पर घर आए थे।