उत्तराखण्ड में धामी-2 सरकार गठन को अब एक वर्ष पूरा होने को है, लेकिन अभी तक न तो मंत्रीमंडल विस्तार ही हो पाया और न ही दायित्व बांटे गए। लेकिन पिछले कुछ दिनों से जिस हिसाब से इस दिशा में काम चल रहा है तो लगता है कि अब इस मामले में जल्द ही दायित्वों को लेकर पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं की आस पूरी होने वाली है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी होली से पहले भाजपा के वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं को दायित्व की सौगात दे सकते हैं।
भाजपा प्रदेश नेतृत्व एवं शासन इस दिशा में पिछले कुछ समय से होमवर्क में जुटा हुआ है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष महेंद्र भट्ट के मध्य एक बैठक हो चुकी है और इस हफ्ते एक और बैठक होने की संभावना है। माना जा रहा है कि इस बैठक के बाद मुख्यमंत्री दायित्व बांट देंगे।
उत्तराखंड सरकार के विभिन्न बोर्डों, निगमों और समितियों में शासन को अभी तक 88 खाली पदों का ब्योरा प्राप्त हुआ है। इनमें सदस्यों की संख्या को जोड़कर खाली पदों की संख्या 100 से अधिक है। अब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आने वाले दिनों में दायित्वों की घोषणा कर सकते हैं। होली से पहले पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं को दायित्व की सौगात मिल सकती है।
मंत्रिपरिषद अनुभाग ने पिछले दिनों सभी विभागों से उनके अधीन बोर्डों, निगमों, आयोगों और समितियों में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सदस्य, सलाहकार के पदों की स्थिति का ब्योरा मांगा था। विभागों को यह जानकारी भेजनी थी कि उनके अधीन संस्थाओं में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सदस्य व सलाहकार के कितने पद खाली हैं और कितने पदों पर दर्जाधारी काबिज हैं।
प्रदेश में विभागों से प्राप्त विवरण के अनुसार, राज्य सरकार की इन विभिन्न संस्थाओं में मंत्री स्तर के 24 अध्यक्ष पद खाली हैं। कुछ अन्य विभागों से सूचना मिलने के बाद यह संख्या बढ़ सकती है। इसी तरह 64 खाली पद हैं, जिन पर सरकार उपाध्यक्ष मनोनीत कर सकती है। इनके अलावा बड़ी संख्या में सदस्यों के पद भी खाली हैं। खाली पदों का ब्योरा प्राप्त होने के बाद अब प्रदेश भाजपा नेतृत्व होमवर्क में जुट गया है। किस कद के नेता को कौन सा दायित्व दिया जाना है, इस पर गंभीरता से विचार किया जा रहा है।