उत्तराखंड क्रांति दल के पूर्व केंद्रीय अध्यक्ष व पूर्व कैबिनेट मंत्री दिवाकर भट्ट का आज निधन हो गया। वह लंबे समय से बीमार थे। आज शाम को उन्होंने अपने आवास पर अंतिम सांस ली।
बता दें कि दिवाकर भट्ट उत्तराखंड राज्य आंदोलन के अग्रणी कार्यकर्ताओं में रहे हैं। उत्तराखंड क्रांति दल (यकूेडी) के संस्थापकों में से एक थे। उन्होंने लंबे समय तक इसी दल के सदस्य रहकर राज्य स्थापना आंदोलन का नेतृत्व किया। बाद में वह भाजपा में शामिल हुए थे। वे विधायक भी रहे हैं। इसके बाद वह वापस यूकेडी में लौटे थे।
उत्तराखंड राज्य आंदोलन के प्रखर सेनानी एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री फील्ड मार्शल दिवाकर भट्ट जी के आकस्मिक निधन का समाचार अत्यंत हृदयविदारक है। उनके निधन से उत्तराखंड ने एक समर्पित आंदोलनकारी, दूरदर्शी नेता और जुझारू व्यक्तित्व को खो दिया है।
कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने दिवाकर भट्ट जी के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि पृथक राज्य उत्तराखंड के निर्माण में उनका योगदान अतुलनीय और प्रेरणास्पद रहा है। उन्होंने सदैव राज्य हित को सर्वोपरि रखते हुए जनसेवा की मिसाल पेश की।
साथ ही मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि दिवाकर भट्ट जी का जीवन संघर्ष, समर्पण और राज्य के प्रति निष्ठा का प्रतीक था, जिसे उत्तराखंड की जनता सदैव आदर के साथ स्मरण रखेगी।
उन्होंने माँ कुंजापुरी से प्रार्थना की कि दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें एवं शोक-संतप्त परिजनों को इस अपूरणीय क्षति को सहन करने की शक्ति प्रदान करें।


