चौखम्भा पर्वत की ट्रैकिंग पर फंसे दो विदेशी पर्वतारोहियों को सकुशल रेस्क्यू कर लिया गया है। विगत 03 अक्टूबर,2024 की शाम 6.00 बजे इंडियन माउंटेनियरिंग फाउंडेशन (आईएमएफ) की तरफ से जिला प्रशासन चमोली को दूरभाष पर सूचना मिली कि चौखम्भा पर्वत के ट्रैक मार्ग पर 6015 मीटर की ऊंचाई पर दो विदेशी ट्रैकर्स फंस गए है। जिसमें Ms.Michelle Theresa Dvorak (USA) और Ms.Fav Jane Manners (UK) शामिल थे।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों पर जिला प्रशासन चमोली द्वारा 03 अक्टूबर,2024 की रात्रि को ही भारतीय वायुसेना और राज्य आपदा प्रबंधन सचिव से समन्वय करते हुए रेस्क्यू के लिए अनुरोध किया। अगले दिन 04 अक्टूबर,2024 को वायुसेना ने दो हेलीकॉप्टर की माध्यम से सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया। लेकिन उपलब्ध कोऑर्डिनेट पर दोनों विदेशी ट्रैकर्स नही मिले।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने निर्देश दिए कि रेस्क्यू ऑपरेशन में किसी भी संसाधन की कमी न रहे। फंसे हुए पर्वतारोहियों को सकुशल निकालने के लिए सभी प्रयास किए जाए। राज्य आपदा प्रबंधन सचिव ने वायु सेना, आर्मी, एसडीआरएफ, जिलाधिकारी चमोली और संबंधित सभी संस्थानों के साथ तत्काल आपातकालीन बैठक की और सबके समन्वय से रेस्क्यू के लिए ठोस रणनीति बनाई गई और चौखम्भा पर्वत की ट्रैकिंग कर रही एक फ्रेंच टीम से संपर्क किया गया। फ्रेंच टीम द्वारा दोनों फंसे हुए दोनों ट्रैकर्स को लोकेट करने पर उनसे फंसे हुए पर्यटकों के लोकेशन के कोऑर्डिनेट प्राप्त किए गए। इसके बाद एसडीआरएफ, वायुसेना और नेहरू पर्वतारोहण संस्थान उत्तरकाशी की संयुक्त टीम को आर्मी हेलीपैड जोशीमठ लाकर रेस्क्यू स्थल के लिए रवाना किया गया। एनडीएमए द्वारा इस पूरे सर्च एंड रेस्क्यू ऑपरेशन की मॉनिटरिंग की जा रही थी। सचिव आपदा प्रबंधन विनोद कुमार सुमन, जिलाधिकारी चमोली संदीप तिवारी और जिला आपदा प्रबंधन लगातार आपस में समन्वय बनाते हुए रेस्क्यू अभियान को सकुशल पूरा करने में जुटे थे।
रविवार, 06 अक्टूबर,2024 की सुबह दोनों फंसे हुए विदेशी ट्रैकर्स को सकुशल रेस्क्यू कर आर्मी हेलीपैड जोशीमठ लाया गया। दोनों ट्रैकर्स थके हुए है, लेकिन स्वस्थ है। इस संबंध में मिनिस्ट्री ऑफ इंटरनल अफेयर्स से संपर्क कर अग्रिम कार्रवाई की जा रही है।