उत्तराखंड में कल यानी शनिवार से चारधाम यात्रा शुरू होगी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोशल मीडिया पर यह जानकारी दी है। वहीं भाजपा के चुनाव प्रभारी और केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी ने हाईकोर्ट और राज्य सरकार को 18 सितंबर से चारधाम यात्रा शुरू होने पर शुक्रिया कहा। यात्रा को लेकर शुक्रवार को देर शाम शासन ने एसओपी जारी कर दी है।
गुरुवार को हाईकोर्ट द्वारा चारधाम यात्रा के सशर्त संचालन की अनुमति दिए जाने के बाद से राज्य सरकार, शासन और देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड तुरंत हरकत में आ गए थे। सिखों के पवित्र धाम हेमकुंड साहिब के कपाट 18 सितंबर से श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे। एक दिन में एक हजार यात्री ही धाम के दर्शन कर सकेंगे। हेमकुंड ट्रस्ट ने यात्रा को लेकर अपनी तैयारियां पूरी कर ली हैं।
हेमकुंड ट्रस्ट के उपाध्यक्ष उपाध्यक्ष नरेंद्रजीत सिंह बिंद्रा ने बताया कि बाहारी राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं को कोविड गाइड लाइन के अनुसार ही धाम में पहुंचने की अनुमति होगी। यहां आने वाले सभी श्रद्धालुओं को ऋषिकेश गुरुद्वारा ट्रस्ट के कार्याल में अपना पंजीकरण करवाकर प्रमाण पत्र साथ लाना होगा।
उन्होंने कहा कि 60 साल से अधिक उम्र और 10 साल से कम आयु के बच्चे धाम में न आएं। साथ ही यात्रियों को किसी भी कुंड में स्नान करने की अनुमति नहीं होगी। वहीं यात्रा शुरू होने से भ्यूंडार घाटी के लोगों में खुशी की लहर है। हालांकि फूलों की घाटी खुलने से यहां घांघरिया में होटल, लॉज और रेस्टोरेंट पहले से ही खुले हैं। हेमकुंड साहिब की यात्रा शुरू होने से क्षेत्र में कारोबार तेज हो जाएगा।
हेमकुंड साहिब की तीर्थयात्रा पर पहुंचने वाले तीर्थयात्रियों को गोविंदघाट और घांघरिया में ठहरने और खाने की व्यवस्था है। गोविंदघाट में ठहरने के लिए निजी लॉज के साथ ही गुरुद्वारा प्रबंधन की दो धर्मशालाएं भी मौजूद हैं। यात्रा के प्रमुख पड़ाव घांघरिया में भी गुरुद्वारे में तीर्थयात्रियों को ठहरने की व्यवस्था है।
एसओपी की खास बातें