सोमवार को मौसम बिगड़ा और चारों धामों, बदरी-केदार और गंगोत्री यमुनोत्री में बर्फबारी हुई जबकि निचले क्षेत्रों में बूंदाबांदी होने से ठंड बढ़ गई है। ऊंचाई वाले क्षेत्रों में जमकर बर्फबारी हुई। केदारनाथ में जहां दिनभर रुक रुककर बर्फबारी हुई वहीं बदरीनाथ धाम में तीर्थयात्रियों ने बर्फबारी के बीच ही बदरीनाथ धाम के दर्शन किए। केदारनाथ से एक किमी ऊपर भैरवनाथ मंदिर क्षेत्र में आधा फीट बर्फ जमी।
धाम में तीर्थयात्रियों ने बर्फबारी के बीच ही बदरीनाथ धाम के दर्शन किए। अधिकांश तीर्थयात्रियों ने पहली बार इतनी नजदीक से बर्फबारी होते देखी। आगरा की नेहा शर्मा ने कहा कि बर्फबारी में बहुत मजा आ रहा है। बदरीनाथ हाईवे पर अभी सफर तकलीफदेह है लेकिन धाम में पहुंचते ही थकान और तकलीफ दूर हो गई है।
हमने बर्फबारी का जमकर लुत्फ उठाया। निचले क्षेत्रों में भी मौसम बदलने से ठंड में इजाफा हो गया है। जोशीमठ, गोपेश्वर, पोखरी, नंदानगर, पीपलकोटी, नंदप्रयाग आदि क्षेत्र में दोपहर में बूंदाबांदी होने से लोग घरों में ही दुबके रहे।
उत्तरकाशी जिले के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भी बर्फबारी हुई। गंगोत्री व यमुनोत्री धाम में भी बर्फबारी हुई। खरशाली व जानकी चट्टी में बर्फबारी हुई लेकिन यहां बर्फ जमी नहीं। वहीं यमुनोत्री धाम के सप्तऋषि कुंड, कालिंदी पर्वत, बंदरपूछ, गरुण गंगा टॉप में खूब बर्फ गिरी। गंगोत्री धाम की ऊंची चोटियों पर भी जमकर बर्फ गिरी।
रुद्रप्रयाग जिले में कई जगहों पर बादल छाए रहे वहीं केदारनाथ में दिनभर रुक-रुककर बर्फबारी होती रही। केदारनाथ में सुबह हल्की बर्फबारी शुरू हो गई थी। दिन चढ़ने के साथ मौसम और अधिक खराब होता गया जिससे तेज बर्फबारी शुरू हो गई।
केदारनाथ धाम में तीर्थपुरोहितों के भवन निर्माण कर रही कार्यदायी संस्था वुड स्टोन कंस्ट्रक्शन के जेई सौरभ सिंह ने बताया कि बर्फबारी से कार्य व्यापक रूप से प्रभावित हो रहे हैं। वहीं पर्यटक स्थल चोपता में भी मौसम खराब रहा। वहीं केदारनाथ से एक किमी ऊपर भैरवनाथ मंदिर क्षेत्र में आधा फीट बर्फ जमी।