गैरसैंण में आज गुरुवार को पहाड़ी स्वाभिमान रैली निकाली गई। राज्य आंदोलनकारी, यूकेडी, मूल निवास भू कानून समिति, गैरसैंण स्थायी राजधानी संघर्ष समिति सहित कई संगठन इस रैली में शामिल हुए हैं।
बीते दिनों विधानसभा सत्र के दौरान वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल द्वारा पहाड़ियों के लिए कहे गए अपशब्द को लेकर लोगों को आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है। आज गैरसैंण ने इसे लेकर स्वाभिमान रैली निकाली गई।
इस दौरान लोगों ने कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद्र अग्रवाल के खिलाफ नारेबाजी की। कहा कि मंत्री द्वारा पहाड़ियों के लिए अभद्र शब्द का प्रयोग किया गया। गैरसैंण के रामलीला मैदान में चल रही सभा में कैबिनेट मंत्री के खिलाफ लोगों में आक्रोश दिखा।
मूल निवास भू क़ानून संघर्ष समिति के संयोजक मोहित डिमरी ने कहा कि आज हमारी असली राजधानी गैरसैण में बदतमीज नेताओं के खिलाफ कारवाई की मांग को लेकर आयोजित स्वाभिमान महारैली को जनता ने ऐतिहासिक रूप से सफल बनाया है।
उन्होंने कहा कि कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने विधानसभा में कहा था कि क्या साले पहाड़ियों के लिए बना है उत्तराखंड ? तो मैं उनसे पूछना चाहता हूं क्या आपको जनता ने इसलिए चार बार विधायक बनाया कि आप करोड़ों रुपए की संपति जोड़कर अपने लिए रिसोर्ट/होटल बना सको। आपके पास इतनी संपति कहाँ से आ रही है, इसकी भी जांच होनी चाहिए।
अब कांग्रेस के विधायक कह रहे हैं कि जब उनकी पार्टी सत्ता में आयेगी तो गैरसैण राजधानी राजधानी बनेगी। राजधानी के सवाल पर दोनों पार्टियां जनता को गुमराह कर रही हैं। जिस दिन भूमि क़ानून संशोधित विधेयक सदन में पेश हुआ, उस दिन सत्ता पक्ष के साथ ही मुख्य विपक्षी कांग्रेस के विधायक भी मौन रहे। इससे साफ पता चलता है कि सत्ता और विपक्ष मिलकर जमीनों को लुटाने का काम कर रहे हैं।