अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, एम्स ऋषिकेश एवं नेशनल हैल्थ मिशन (एनएचएम), उत्तराखंड के संयुक्त तत्वावधान में शुक्रवार को ऋषिकेश नगर की मलीन बस्ती शांति नगर एवं मुनिकीरेती के कैलासगेट में स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें बाल रोग विशेषज्ञ द्वारा करीब सवा दो सौ से अधिक महिलाओं व बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण एवं उपचार किया गया।
एम्स निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत की देखरेख में शुक्रवार को एम्स ऋषिकेश और एनएचएम की ओर से मलीन बस्ती शांतिनगर व कैलासगेट में आयोजित स्वास्थ्य शिविर में संस्थान की बालरोग विभाग व स्त्री रोग विभाग के चिकित्सकों ने रोगियों की सघन जांच की।
शिविर में महिलाओं और अन्य नागरिकों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया। इस अवसर पर संस्थान के विभिन्न विभागों व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र शांतिनगर के चिकित्सकों ने रोगियों का परीक्षण किया। शिविर में स्त्री एवं प्रसूति विभाग की डा.अनुपमा बहादुर व डा.अरुणिमा ने 120 महिला रोगियों व बाल रोग विशेषज्ञ डा. विनोद कुमार व शांतिनगर केंद्र के चिकित्सक डा.निशांत ने 100 से अधिक बच्चों के स्वास्थ्य की जांच की व उनका उपचार किया।
इस दौरान मरीजों को दवा का वितरण भी किया गया। इस अवसर पर एम्स के आउटरीच सेल के नोडल ऑफिसर एवं कम्युनिटी एवं फेमिली मेडिसिन विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डा. संतोष कुमार ने बताया कि एम्स संस्थान एवं एनएचएम के सहयोग से नगर की मलिन बस्तियो शांतिनगर, कैलासगेट में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र संचालित किए जा रहे हैं। जिससे स्वास्थ्य सुविधाओं से विहीन क्षेत्रों के लोगों का नियमित परीक्षण व इलाज हो सके।
उन्होंने बताया कि संस्थान द्वारा स्थापित केंद्रों में नियमित रूप से प्रत्येक सप्ताह आसपास रहने वाले लोगों की स्वास्थ्य जांच की जाती है, साथ ही उन्हें दवा के अलावा नियमित तौर से मास्क एवं सैनिटाइजर वितरित किया जाता है। साथ ही उन्हें मौसम जनित रोगों के बाबत जानकारी व बचाव के संबंध में जागरूक किया जाता है। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य संबंधी जनजागरूकता कार्यक्रम आगे भी नियमित तौर पर जारी रहेंगे।