देहरादून में बादल फटने की घटना ने भारी तबाही मची है। दस लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें छह मृत लोग प्रेमनगर अस्पताल में परवल क्षेत्र से लाए गए। सहसत्रधारा से बह कर आए तीन मृत कोरोनेशन अस्पताल में रखे गए। और एक की मौत नया गांव क्षेत्र में हुई है।
देहरादून के प्रेमनगर परवल टॉस नदी में खनन में लगे 10 मजदूर बह गए। घटना में छह लोगों की मौत हो गई। नया गांव चौकी क्षेत्र में पुलिस पंचायतनामा की कार्रवाई कर रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दूरभाष पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से देहरादून में आई आपदा की विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने प्रदेश को हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया और कहा कि केंद्र सरकार आपदा की इस घड़ी में राज्य के साथ मजबूती से खड़ी है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री एवं गृह मंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनके मार्गदर्शन और सहयोग से राज्य में राहत कार्य और तेज़ी से संचालित होंगे। मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रभावित क्षेत्रों में प्रशासनिक मशीनरी पूरी तत्परता से सक्रिय है और बचाव एवं राहत कार्य युद्धस्तर पर चल रहे हैं।
मुख्यमंत्री धामी देहरादून जनपद के प्रभावित क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण कर रहे हैं । इस अवसर पर स्थानीय विधायक एवं वरिष्ठ अधिकारी उनके साथ उपस्थित हैं। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसी भी प्रभावित परिवार को असुविधा न हो और राहत सामग्री, सुरक्षित ठहराव, भोजन, पानी एवं स्वास्थ्य सुविधाएं तुरंत उपलब्ध कराई जाएं।
कहा कि प्रदेश सरकार हर प्रभावित परिवार के साथ खड़ी है। प्रशासन पहले से ही अलर्ट मोड पर है और एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस व स्थानीय प्रशासन लगातार सक्रिय हैं।
देहरादून के पौंधा स्थित देवभूमि इंस्टिट्यूट परिसर में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई, जिसमें लगभग 200 छात्र-छात्राएं फंसे होने की सूचना एसडीआरएफ को मिली। उक्त सूचना पर एसडीआरएफ वाहिनी मुख्यालय, देहरादून से एक रेस्क्यू टीम तत्काल घटनास्थल के लिए रवाना की गई।
टीम द्वारा मौके पर पहुंचकर त्वरित रेस्क्यू अभियान संचालित किया गया। जलभराव के बीच टीम ने अत्यंत सूझबूझ एवं तत्परता से कार्य करते हुए सभी 200 छात्र-छात्राओं को सुरक्षित बाहर निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। एसडीआरएफ उत्तराखंड द्वारा यह रेस्क्यू अभियान सफलतापूर्वक पूर्ण किया गया।
देहरादून के टपकेश्वर के पास भगत सिंह कॉलोनी में एक शिखर फॉल में चार लोगों के बहने की सूचना है।
देवप्रयाग में लगातार बारिश से भारी भूस्खलन
देवप्रयाग में लगातार बारिश से भारी भूस्खलन हुआ है। बस अड्डे के पास भू-धंसाव होने के साथ ही रघुनाथ मंदिर के पीछे कमरे ढह गए। बद्रीनाथ-ऋषिकेश हाईवे बंद है। वहीं पेट्रोल पंपों को नुकसान पहुंचा है।



