उत्तराखंड सरकार का अंतिम विधानसभा सत्र दिसंबर प्रथम सप्ताह में हो सकता है। हालांकि सत्र कब और कहां होना है, इस पर सरकार की ओर से निर्णय लिया जाना है।
विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि हमारी इच्छा सत्र गैरसैंण में करने की है। इसके लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से भी आग्रह किया है। यदि सरकार निर्णय लेती है तो सत्र गैरसैंण में करने के लिए हम पूरी तरह से तैयार हैं।
सरकार ने 29 व 30 नवंबर को गैरसैंण में विधानसभा सत्र आयोजित करने का निर्णय लिया था। अभी तक इस संबंध में अधिसूचना जारी नहीं हुई है। सूत्रों के मुताबिक, अब सत्र दिसंबर माह के प्रथम सप्ताह में हो सकता है। इस पर दोबारा आगामी कैबिनेट में प्रस्ताव आ सकता है। वहीं, विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल का कहना है कि सत्र कब कहां होना है।
इस पर सरकार की ओर से निर्णय लिया जाना है। लेकिन हमारी इच्छा है कि गैरसैंण में सत्र होगा। इसके लिए मुख्यमंत्री से आग्रह किया है। जैसे ही सरकार की ओर से विधानसभा सत्र गैरसैंण में जानकारी मिलती है हम पूरी तरह से तैयार है। पहले भी गैरसैंण में कई बार ऐसे समय में सत्र आयोजित किए है। जब बहुत कड़ाके की ठंड पड़ती है।
इस बार भी नवंबर अंत या दिसंबर के पहले सप्ताह में भी ठंड रहेगी। लेकिन सत्र के लिए सभी व्यवस्थाएं की जाएंगी। अग्रवाल का कहना है कि मेरा एक भाव रहता है कि सत्र में कुछ नया किया जाए।
इस बार पूरा तरह आजादी के 75 साल पूरे होने पर अमृत महोत्सव मना रहे हैं। मेरे मन है कि जितने दिन का सदन सरकार तय करेगी। एक दिन का विशेष सत्र अमृत महोत्सव पर कर सकते हैं। जिसमें आजादी की लड़ाई में शहादत देने वाले रणबांकुरों, आजादी के बाद क्या पाया। इस पर चर्चा कर सकते हैं।