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Sunday, August 10, 2025
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Uttarkashi Cloudburst: धराली में रेस्क्यू ऑपरेशन, चिनूक से 39 लोग लाए गए जौलीग्रांट

Uttarkashi Flood News:  उत्तरकाशी के धराली में बादल फटने से मची तबाही के बाद बुधवार दोपहर मौसम खुलने पर बचाव अभियान ने जोर पकड़ा। जिला प्रशासन के अनुसार सेना के दो घायल जवानों को हेलिकॉप्टर से हायर सेंटर भेजा गया है। आपदा में छह लोगों की मौत हो गई है। जबकि कई लोग लापता हैं।

चिनूक हेलिकॉप्टर द्वारा कुल 39 लोगों को धराली उत्तरकाशी से रेस्क्यू कर देहरादून एयरपोर्ट लाया गया। जहां पर उनका मेडिकल चेकअप किया जा रहा है। वहीं प्रशासन, पुलिस, सेना और एनडीआरएफ की टीम देहरादून एयरपोर्ट पर मौजूद है। इन 29 लोगों के लिए देहरादून एयरपोर्ट पर सेना, एनडीआरएफ और उत्तराखंड सरकार की बसें खड़ी हैं। जिनसे इनको आगे के लिए रवाना किया जाएगा।

उत्तरकाशी आपदा राहत कार्य: हर्षिल व गंगोत्री क्षेत्र से यात्रियों का सफल रेस्क्यू ऑपरेशन

उत्तरकाशी में राहत एवं बचाव कार्यों के अंतर्गत आपदा प्रभावित क्षेत्रों से तीव्र और सुरक्षित रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।

सचिव, आपदा प्रबंधन के अनुसार अब तक 274 लोगों को गंगोत्री एवं आसपास के क्षेत्रों से हर्षिल लाया गया है, और सभी लोग पूरी तरह से सुरक्षित हैं। इनमें विभिन्न राज्यों से आए हुए तीर्थयात्री शामिल हैं:
• गुजरात – 131
• महाराष्ट्र – 123
• मध्य प्रदेश – 21
• उत्तर प्रदेश – 12
• राजस्थान – 6
• दिल्ली – 7
• असम – 5
• कर्नाटक – 5
• तेलंगाना – 3
• पंजाब – 1

इन सभी यात्रियों को हर्षिल से उत्तरकाशी एवं देहरादून लाने की प्रक्रिया निरंतर जारी है।

इसके अतिरिक्त, आज तक 135 लोगों को सुरक्षित रूप से हर्षिल से बाहर निकाला गया, जिसमें से:
• 100 लोगों को उत्तरकाशी पहुँचाया गया है,
• तथा 35 लोगों को देहरादून सुरक्षित भेजा गया है।

इस प्रकार कुल 135 लोगों को सफलतापूर्वक रेस्क्यू कर सुरक्षित गंतव्य तक पहुँचाया जा चुका है, और 274 लोगों को हर्षिल में सुरक्षित रखते हुए आगे की यात्रा हेतु तैयार किया जा रहा है।

राज्य सरकार, जिला प्रशासन, आपदा प्रबंधन विभाग, ITBP, NDRF एवं अन्य सभी एजेंसियाँ पूरी तत्परता के साथ रेस्क्यू एवं राहत कार्यों में जुटी हैं। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी स्वयं स्थिति की निगरानी कर रहे हैं और प्रभावितों को हर संभव सहायता प्रदान करने हेतु लगातार निर्देशित कर रहे हैं।

धराली में रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। कुल 65 लोगों का रेस्क्यू कर मातली लाया जा चुका है। वहीं भटवाड़ी से आगे भूस्खलन के खतरे को देखते हुए करीब एक दर्जन मकानों को खाली कराया गया है।

हर्षिल के धराली में सुबह से ही बचाव अभियान जारी

उत्तराखंड सरकार ने एएनआई को बताया कि हर्षिल के धराली में सुबह से ही बचाव अभियान जारी है। सुबह 9:30 बजे तक, कुल 44 लोगों को आईटीबीपी ने हेलिकॉप्टर से मातली पहुंचाया है, जहां से उन्हें सुरक्षित उनके गंतव्य तक पहुंचाया जा रहा है।

एयरलिफ्ट कर मातली हेलीपैड लाया गया घायल

आपदा प्रभावित धराली गांव से बचाए गए एक घायल व्यक्ति को एयरलिफ्ट कर मातली हेलीपैड लाया गया, जहां से उसे आगे के इलाज के लिए भेजा जाएगा।

धराली से निकाले गए लोगों से मिले सीएम धामी

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी मातली हेलीपैड पहुंचे और धराली से निकाले गए लोगों से बातचीत की। उन्होंने प्रशासन, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ कर्मियों से भी बातचीत की, जो जल्द ही बचाव कार्यों के लिए धराली पहुंचेंगे।

उत्तरकाशी बादल फटने केबाद एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें उत्तरकाशी के मातली हेलीपैड से राहत सामग्री लेकर हेलीकॉप्टर के जरिए उत्तरकाशी जिले के आपदा प्रभावित इलाकों के लिए रवाना हो रही हैं।

सड़कें अवरुद्ध और क्षतिग्रस्त होने से धराली नहीं पहुंची टीम

उत्तरकाशी के आपदा प्रभावित क्षेत्रों में चल रहे बचाव कार्यों पर एनडीआरएफ के डीआईजी गंभीर सिंह चौहान ने कहा कि हमारे पास चार टीमें हैं, लेकिन सभी सड़कें अवरुद्ध और क्षतिग्रस्त होने के कारण वे धराली नहीं पहुंच सके। कल 35 कर्मचारी हेलिकॉप्टरों के माध्यम से पहुंचने में सक्षम थे। हेलिकॉप्टर सेवाएं शुरू होने के साथ ही कर्मचारियों और निकाले गए लोगों का आना-जाना शुरू हो गया है।
संचार संबंधी समस्या भी थी, लेकिन आज सुबह से हमारे सैटेलाइट फोन काम कर रहे हैं। राज्य प्रशासन, सेना, आईटीबीपी, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ और यहां तक कि स्थानीय लोग भी खोज और बचाव कार्यों में एक-दूसरे की मदद कर रहे हैं।

चीन सीमा से पोकलैंड मशीनें एयरलिफ्ट

उत्तरकाशी धराली में भारी बारिश और भूस्खलन के कारण क्षतिग्रस्त हुए रास्तों को खोलने के लिए भारतीय वायुसेना की मदद से पोकलैंड मशीनों को एयरलिफ्ट किया जा रहा है। सीमा सड़क संगठन के जवान दिन-रात इन रास्तों को साफ करने में जुटे हैं।

हेलिकाप्टर से पहुंची टीम, बनी झील का किया निरीक्षण

आपदा के बाद हर्षिल में भागीरथी नदी में बन गई झील के निरीक्षण के लिए सिंचाई विभाग की टीम पहुंची है। टीम के अनुसार झील से पानी की निकासी हो रही है, चिंता जैसी कोई बात नहीं है। अवरोध को हटाने के लिए भी योजना बनाई गई है। आपदा के दौरान तैलगाड गधेरे से मलबा आने से भागीरथी नदी में झील बन गई। इस झील के पानी से हर्षिल से जाने का वाला मार्ग भी प्रभावित हुआ है। इस झील को हटाने और पानी का प्रवाह को सामान्य करने के लिए सिंचाई विभाग की टीम को भेजा गया था। इसमें विभागाध्यक्ष सुभाष कुमार, अधीक्षण अभियंता संजयराज के साथ अन्य अधिकारयों की टीम पहुंची। अधिकारियों के मुताबिक झील की लंबाई करीब 1200 और चौड़ाई 100 मीटर है। इस झील से पानी की निकासी हो रही है, पर मलबे को हटाने की योजना बनाई गई है। इसमें मार्ग खुलने के बाद चार पोकलेन मशीन के माध्यम से मलबा हटाया जाएगा। पोकलेन की व्यवस्था करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया गया है।

नौ यात्रियों को हेली से मातली लाया गया

हर्षिल राहत कैंप में रुके हुए नौ यात्रियों को आज हेली से मातली लाया गया।

उत्तराकाशी में हेली रेस्क्यू ऑपरेशन, सीएम ने की राहत-बचाव कार्यों की समीक्षा

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज गुरुवार सुबह उत्तरकाशी में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और प्रशासनिक अधिकारियों से मुलाकात कर धराली क्षेत्र में राहत एवं बचाव कार्यों की प्रगति की समीक्षा की। साथ ही आज सुबह से प्रभावित क्षेत्रों में शुरू हुए हेली रेस्क्यू ऑपरेशन को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए आवश्यक निर्देश दिए। इस दौरान उन्हें सड़क, संचार और बिजली की शीघ्र बहाली के साथ-साथ पेयजल व खाद्यान्न आपूर्ति की सघन निगरानी एवं त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए। सीएम ने कहा कि रेस्क्यू ऑपरेशन में 24 घंटे जुटी सभी टीमों के साहस और समर्पण की सराहना करता हूं। विषम परिस्थितियों में भी इन दलों की निष्ठा और कार्यकुशलता आपदा प्रबंधन में अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत कर रही है।
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