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Wednesday, April 16, 2025
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उत्तराखण्ड पुलिस के विशेष अभियान “ऑपरेशन प्रहार” के कहर से नहीं बच पायेंगे अब शातिर अपराधी

मुख्यमन्त्री उत्तराखण्ड पुष्कर सिंह धामी के VISION सरलीकरण, समाधान एवं निस्तारण” के अन्तर्गत व पुलिस महानिदेशक उत्तराखण्ड दीपम सेठ के दिशा निर्देशन में साईबर धोखाधड़ी करने वालों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही करते हुये साईबर पीड़ितो को न्याय दिलाया जा रहा है जिसके क्रम में अपर पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून वी. मुरूगेसन महोदय तथा पुलिस महानिरीक्षक अपराध एवं कानून व्यवस्था नीलेश आनन्द भरणे द्वारा लगातार समीक्षा की जा रही है एवं राज्य में बढते साइबर अपराध नियंत्रण हेतु समय समय पर समुचित दिशा निर्देश दिये जा रहे हैं।

उक्त दिशा निर्देशों के क्रम में नवनीत सिंह वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एस0टी0एफ0 उत्तराखण्ड द्वारा राज्य में बढ़ते साइबर खतरों से निपटने हेतु सम्पूर्ण भारत वर्ष के विभिन्न राज्यों में छिपकर उत्तराखण्ड राज्य में साइबर अपराध की घटनाओं को अंजाम देने वाले शातिर साइबर अपराधियों की धरपकड एवं उनके विरुद्ध कडी से कडी कार्यवाही करने हेतु राज्य सरकार एवं पुलिस महानिदेशक उत्तराखंड के दिशा निर्देशन एवं मार्गदर्शन में चलाये जा रहे विशेष अभियान ऑपरेशन प्रहार के सम्बन्ध में जानकारी देते हुये बताया कि- इसके लिये साइबर क्षेत्र में निपुण एवं कर्मठ अधिकारी अंकुश मिश्रा पुलिस उपाधीक्षक साइबर क्राइम को एक ठोस रणनिती बनाने हेतु निर्देशित किया गया जिसके तहत उत्तराखण्ड राज्य के 02 साइबर थानों- साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन गढवाल एवं साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन कुमाँयू परिक्षेत्र में दर्ज 200 से अधिक लम्बित साइबर अपराधों में संलिप्त प्रकाश में आये सम्पूर्ण भारत वर्ष के विभिन्न राज्यों- दिल्ली में 40, महाराष्ट्र में 38, उत्तर प्रदेश में 28, राजस्थान में 28, तमिलनाडू में 25, पश्चिम बंगाल में 18, कर्नाटका में 17, गुजरात में 16, नागालैण्ड में 15, मध्यप्रदेश में 14, तेलंगाना में 11, केरला में 10, आन्ध्र प्रदेश में 10, बिहार में 09, हरियाणा में 8, पंजाब में 07, असम में 06, मणिपुर में 06, मिजोरम में 05, झारखण्ड में 05, गोवा में 05, ओडिसा में 04, छत्तीसगढ में 03, दिल्ली एनसीआर में 03, त्रिपुरा में 02, दादरा नागर हवेली में 01, मेघालय में 01, हिमाचल प्रदेश में 01 व उत्तराखण्ड में 01 कुल 337 साइबर अपराधियों को चिन्हित किया गया है।

चिन्हित शातिर साइबर अपराधियों का सत्यापन कर उनकी धरपकड एवं उनके विरुद्ध कठोर कार्यवाही किये जाने हेतु अपर पुलिस अधीक्षक एस0टी0एफ0 स्वप्न किशोर सिंह एवं पुलिस उपाधीक्षक साइबर क्राइम अंकुश मिश्रा के कुशल नेतृत्व एवं निकट पर्यवेक्षण में एसटीएफ, साइबर क्राइम पुलिस की विशेष टीमों का गठन किया गया है, जिसमें साइबर क्राइम पुलिस के 30 कुशल कार्मिकों का चयन है। ऑपरेशन प्रहार के प्रथम चरण में 17 राज्यों के 272 संदिग्ध अपराधियों एवं द्वितीय चरण में 12 राज्यों के 65 अपराधियों का सत्यापन कर उनके विरुद्ध ठोस विधिक कार्रवाई की जायेगी।

सम्पूर्ण भारत वर्ष के विभिन्न राज्यों में छिपे बैठे उक्त 337 साइबर अपराधियों को चिन्हित कर साइबर ठगी के जघन्य अपराधों में संलिप्त शातिर साइबर अपराधियों के विरुद्ध वृहद पैमाने पर प्रभावी कार्यवाही हेतु एक विशेष अभियान ऑपरेशन प्रहार प्रारम्भ किया गया है। ऑपरेशन प्रहार के तहत सम्पूर्ण भारत वर्ष के विभिन्न राज्यों में छिपे बैठे इन सैकडों साइबर अपराधियों के विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही एवं उनकी धरपकड हेतु एसटीएफ उत्तराखण्ड की साइबर क्राइम पुलिस की टीमें बहुत ही जल्द रवाना होंगी’

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एस0टी0एफ0 उत्तराखण्ड नवनीत सिंह द्वारा जनता से अपील की है कि वे किसी भी प्रकार के लोक लुभावने अवसरोध्फर्जी साइट धनराशि दोगुना करने व टिकट बुक करने वाले अंनजान अवसरो के प्रलोभन में न आयें । फर्जी निवेश ऑफर जैसे टेलीग्राम आधारित निवेश वेबसाइट ऑफर, YouTube like सब्सक्राइब में निवेश न करें व किसी भी अन्जान व्यक्ति के सम्पर्क में न आये और किसी भी अन्जान व्यक्ति से सोशल मीडिया पर दोस्ती न करें। किसी भी अन्जान कॉल आने पर लालच में न आये, अंजान कॉलर की सत्यता की जांच करे बिना किसी भी प्रकार की सूचना दस्तावेज न दें। किसी भी प्रकार के ऑनलाईन जॉब हेतु एप्लाई करने से पूर्व उक्त साईट का पूर्ण वैरीफिकेशन सम्बन्धित कम्पनी आदि से भलीं भांति इसकी जांच पड़ताल अवश्य करा लें तथा गूगल से किसी भी कस्टमर केयर नम्बर सर्च न करें व शक होने पर तत्काल निकटतम पुलिस स्टेशन या साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन को सम्पर्क करें। वित्तीय साईबर अपराध घटित होने पर तुरन्त 1930 नम्बर पर सम्पर्क करें एवं अधिक से अधिक जागरुक रहने का प्रयास करें।
-ःफर्जी हेली बुकिंग की वेबसाईटों को ब्लाक कराने की प्रक्रिया षुरूः-

• फर्जी हेली बुकिंग की वेबसाईट संचालको विरूद्व साईबर क्राईम थाने में अभियोग दर्ज।
• स्पेशल टास्क फोर्स, देहरादून, उत्तराखंड ने प्4ब् , गृह मंत्रालय के साथ मिलकर चारधाम से जुड़ी वर्श 2023 से अब तक कूल 76 वेबसाइटों को ब्लॉक कर भारत में सैकडों लोगो को ठगी से बचाया।
• विगत वर्शो की तरह इस वर्ष भी एसटीएफ साइबर क्राइम ने फर्जी वेबसाइटों को ब्लॉक कर बन्द करने का अभियान शुरू किया गया।
• वर्ष- 2024 में 12 एवं वर्ष 2023 में 64 फर्जी वेबसाइटों को बन्द कराया गया था।

वर्तमान में साईबर अपराधी आम जनता की गाढी कमाई हडपने हेतु अपराध के नये नये तरीके अपना कर धोखाधडी कर रहे हैं। इसी परिप्रेक्ष्य में ठगों के द्वारा हेलीसेवा के नाम पर फर्जी वेबसाईट तैयार कर हेली सेवा बुकिंग के नाम पर सम्पूर्ण भारत के विभिन्न राज्यों में लाखों रुपये की धोखाधडी की जा रही है। विगत वर्षों में देखा गया था कि कई साईबर ठगी की शिकायतें साईबर थाने पर प्राप्त हुई थी, जिसमें विभिन्न राज्यों के लोगों के साथ चारधाम यात्रा हेलीकाप्टर बुकिंग सेवा के नाम पर ठगी की गयी थी।

साईबर क्राइ्र्रम थाने में मु0अ0स0 15 धारा4,61(2),66सी, 66डी आई0टी0एक्ट पंजीकृृत कर 02 फर्जी वेबसाईट को बन्द कराने की प्रक्रिया प्रचलित।
इस प्रकार की ठगी का मुख्य कारण यह था कि लोगों को चार धाम यात्री की हैली सेवा बुकिंग की आधिकारिक वैब साईट की जानकारी नहीं थी जिसमें प्त्ब्ज्ब् द्वारा अपनी वैबसाईट को चारधाम हेलीसेवा की बुकिंग के लिए अधिकृत किया गया है। इस वेबसाईट URL www-heliyatra-irctc-co-in के माध्यम से अपनी यात्रा हेतु हेली सेवा बुक करा सकते है, कोई भी भुगतान करने से पहले सम्बन्धित भुगतान के माध्यम की जाँच पडताल स्वंय कर ले। इस क्रम में स्पेशल ट्रास्क फोर्स उत्तराखण्ड द्वारा एक अभियान चलाया गया है जिसमें वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक स्पेशल ट्रास्क फोर्स श्री नवनीत भुल्लर महोदय द्वारा जनता से अपील की गयी है, कि कोई भी फर्जी हेली सेवा वेबसाईट, मोबाईल न0, लिंक आदि की जानकारी स्पेशल ट्रास्क फोर्स उत्तराखण्ड के आँफिस देहरादून से साझा करें। इस क्रम में 02 मोबाईल नं 9456591505 एवं 9412080875 पर ऐसे किसी भी जानकारी से स्क्रीनशाँट के साथ जानकारी साझा करें।
आए दिन ऐसी धोखाधड़ी वाली वेबसाइटें प्रकाश में आती रहती हैं, इसके लिए उत्तराखंड एसटीएफ को डभ्। प्4ब् टीम से लगातार सहयोग मिल रहा है।
एस0टी0एफ0 साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन लगातार फर्जी वेबसाइट की निगरानी कर रहा है, जिस पर कार्यवाही करते हुए अब-तक कुल 76 फर्जी बेवसाइटों को बन्द कराया जा चुका है।

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