उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की परीक्षा के पेपर लीक मामले में एसटीएफ ने उत्तरकाशी से एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। उसने अपनी पत्नी को नकल कराई थी। कई और अभ्यर्थियों को हाकम सिंह के कहने पर शिक्षक तनुज शर्मा के घर ले जाकर पेपर दिया था।
पेपर लीक मामले में बृहस्पतिवार को एसटीएफ ने 19वीं गिरफ्तारी की। एसटीएफ के एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि उत्तरकाशी के नौगांव क्षेत्र निवासी आरोपी अंकित रमोला जिला पंचायत सदस्य हाकम सिंह रावत का बेहद करीबी है। उसने अपनी पत्नी को इस परीक्षा में शामिल कराया था। अंकित की पत्नी ने भी हल किया हुआ पेपर लेकर परीक्षा दी, लेकिन वह पास नहीं हो पाई। हाकम सिंह ने अंकित रमोला को दूसरी ड्यूटी में भी लगाया था। उसे देहरादून सेंटर की जिम्मेदारी दी गई थी।
उसने सर्वे चौक, सहस्रधारा रोड, प्रिंस चौक आदि जगहों से अभ्यर्थियों को अपनी गाड़ी से शिक्षक तनुज शर्मा के रायपुर स्थित घर पहुंचाया था। यहां उन्हें नकल कराई गई थी। इनमें से कई अभ्यर्थी पास हुए और बहुत से फेल भी हुए हैं। एसटीएफ ने अंकित रमोला को बुधवार रात को हिरासत में लिया था। उसके खिलाफ पुख्ता साक्ष्य मिले तो बृहस्पतिवार को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।
अंकित रमोला ने भी इस तरह के कार्यों से खूब पैसा कमाया है। कुछ साल पहले उसने अपने डंपर खरीदे थे। ये डंपर एक स्टोन क्रशर में चलते हैं। स्टोन क्रशर एक जनप्रतिनिधि के भाई का बताया जा रहा है। हालांकि, जनप्रतिनिधि से उसका सीधा संबंध नहीं बताया जा रहा है। एसटीएफ उसके बारे में कई और जानकारी जुटा रही है।
उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने स्नातक स्तरीय परीक्षा गत वर्ष दिसंबर में कराई थी। इसके बाद से ही लगातार इसमें धांधली की बात सामने आ रही थी। बीती 22 जुलाई को मुख्यमंत्री के निर्देश पर रायपुर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया। तब इसकी जांच एसटीएफ को सौंपी गई। इसके बाद से ही एसटीएफ कड़ियां जोड़कर पूरे मामले की जांच में जुटी है। इस मामले में अब तक 18 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है।