देहरादून में गुरुवार दोपहर मोहिनी रोड स्थित एक घर में हत्या की सूचना से लोगों में हड़कंप मच गया। जानकारी के अनुसार, एक घर के कमरे में किराएदार की लाश बोरे में बंद मिली। कमरे का दरवाजा 24 दिसंबर से बंद था।
मकान मालिक को जब कमरे से बदबू आई तब हत्या का राज खुला। मकान मालिक ने तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दरवाजा तोड़कर लाश को बाहर निकाला। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि युवक की शिनाख्त अशरफ अली निवासी जफ्ता गंज नजीबाबाद के रूप में हुई है। वह कुछ महीनों से फंड इकट्ठा करने का बिजनेस चलाता था। जिसके लिए वह देहरादून में रह रहा था। बाकी मामले की जांच की जा रही है।
सीओ डालनवाला जूही मनराल ने बताया कि युवक अशरफ मोहिनी रोड पर संजय कॉलोनी में शाहनवाज के मकान में किराए पर रहता था। जब युवक का शव मिला तो उसके पैर बंधे हुए थे। शव को रजाई में लपेटकर बोरे में डाला हुआ था।
युवक घर में ऊपर की मंजिल के कमरे में रहता था। 27 दिसंबर को कमरे से बदबू आने पर मकान मालिक ने चौकी जाकर जानकारी दी। जिस पर पुलिस ने घरवालों को बुलाने की बात कही।
सूचना के बाद गुरुवार को युवक के ताऊ का बेटा सलमान आया। उसकी मौजूदगी में पुलिस ने दरवाजा का ताला तोड़ा। मृतक अशरफ अली ने दून फंड के नाम से कंपनी खोल रखी थी। बताया जा रहा है कि उसका साथी पैसे लेकर भाग गया।
पुलिस का कहना है कि हत्या का शक उसके साथियों पर ही है। प्रथमदृष्टया जांच मं पाया गया कि युवक के सिर को दीवार में मारा गया होगा। दीवार पर खून भी लगा हुआ मिला है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।