जोशीमठ शहर में असुरक्षित भवनों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। अब तक कुल 678 भवन चिह्नित किए जा चुके हैं। सीबीआरआई की टीम ने सोमवार को मलारी इन और माउंट व्यू होटल का सर्वे किया था। कल इन दोनों होटलों से भवनों को ढहाने की शुरुआत होगी। इन होटलों को अत्यधिक क्षति पहुंची है।
सभी निवासियों को पूर्ण सुरक्षित स्थानाें पर भेजें
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन समिति ने मंगलवार को जोशीमठ में इमारतों और अन्य ढांचों में दरारें आने की स्थिति की समीक्षा की और इस बात पर जोर दिया कि सभी निवासियों को पूर्ण और सुरक्षित निकासी सुनिश्चित करने के लिए तत्काल प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
भू-धंसाव की चपेट में आए जोशीमठ में शासन के आदेश के बावजूद मंगलवार को भवनों के ध्वस्तीकरण की कार्रवाई शुरू नहीं हो पाई। जिला प्रशासन की टीम लाव-लश्कर के साथ भवन तोड़ने पहुंची तो प्रभावित लोग विरोध में उतर आए। ऐसे में ध्वस्तीकरण की कार्रवाई बुधवार तक के लिए टाल दी गई। इस दिनभर अफरातफरी का माहौल रहा।
जोशीमठ में मंगलवार को होटल माउंट व्यू और मलारी इन को ध्वस्त किया जाना था, लेकिन होटल स्वामियों ने कार्रवाई का विरोध शुरू कर दिया। उनका कहना था कि आर्थिक मूल्यांकन नहीं किया गया, साथ ही नोटिस तक नहीं दिए गए। विरोध बढ़ने पर प्रशासन को कदम पीछे खींचने पड़े। हालांकि अधिकारियों का कहना कुछ और ही है। सचिव आपदा प्रबंधन डॉ.रंजीत सिन्हा ने कहा कि ऊंचे भवनों को तोड़ने के लिए क्रेन की आवश्यकता है, जो वहां नहीं मिल पाई। इसलिए देहरादून से क्रेन भेजी गई है, जो बुधवार को वहां पहुंच जाएगी।
वहीं, सचिव मुख्यमंत्री मिनाक्षी सुंदरम ने कहा कि सीबीआरआई की टीम देरी से मौके पर पहुंची, इसलिए पहले दिन ध्वस्तीकरण की कार्रवाई शुरू नहीं हो पाई। उधर, मुख्य सचिव डॉ.एसएस संधू ने मंगलवार को अधिकारियों की बैठक लेकर पुन: खतरनाक स्थिति में पहुंच चुके भवनों को प्राथमिकता के आधार पर ढहाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि एक भी भवन ऐसा नहीं रहे, जिसमें रहने से जानमाल का नुकसान हो सकता है।
धरने पर बैठे लोगों ने लगाया जाम
देर शाम आक्रोशित लोग माउंट व्यू होटल के सामने धरने पर बैठ गए। इसके बाद लोगों ने सरकार व एनटीपीसी के नारे लगाते हुए जाम लगा दिया। लोगों ने सरकार से मुआवजे की मांग की है। उनका कहना है कि जब तक मुआवजा तय नहीं होगा तब तक वे होटल टूटने नहीं देंगे। विज्ञापन
सीबीआरआई की टीम ने लिया जायजा
सीबीआरआई के डॉ. डीपी ने बताया कि टीम ने होटल के अंदर और बाहर का जायजा लिया है। एसडीआरएफ को बताया गया है कि होटल के अंदर से सामान हटाया जाए। जिसके बाद चरणबद्ध तरीके से होटल ढहाने की कार्रवाई होगी। पहले सबसे ऊपर के फ्लोर को तोड़ा जाएगा।
कांग्रेस ने की सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग
जोशीमठ में भू-धंसाव को लेकर आज देहरादून में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया। प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा व पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह अन्य नेताओं के साथ मुख्यमंत्री आवास के बाहर धरने पर बैठ गए। इस दौरान उन्होंने सरकार से जोशीमठ के मुद्दे पर सर्वदलीय बैठक बुलाए जाने की मांग की।
होटलों को तोड़ने का आदेश जारी
जिलाधिकारी हिमांश खुराना ने जोशीमठ आपदा अधिनियम 2005 की धारा 34 टी के तहत होटल मलारी इन व माउंट व्यू को आम जन मानस की सुरक्षा की दृष्टि से तत्काल ध्वस्त किए जाने के आदेश जारी किए हैं।