उत्तराखंड के प्रसिद्ध हास्य कलाकार घनानंद गगोडिया – घन्ना भाई अब नहीं रहे ।
देहरादून के एक अस्पताल में उन्होंने आज अंतिम सांस ली। मूल रूप से पौड़ी जिले के मूल निवासी घन्ना भाई गत चार दशक से गीत – संगीत के स्टेज शो के एक लोकप्रिय कलाकार के रूप में स्थापित हुये । नरेंद्र सिंह नेगी जी के मंचों पर उनकी खास पहचान और मांग रहती थी। नेगी जी के कई म्यूजिक एल्बम में उन्होंने अभिनय भी किया।
कुछ वर्ष पूर्व उन्होंने राजनीति में भी पदार्पण किया, विधायक का चुनाव भी लड़ा लेकिन सफल नहीं हुए। हालांकि कला की दुनिया को उन्होंने कभी नहीं छोड़ा। अपनी सहज संवाद शैली से वे घण्टों तक दर्शकों को बांधे रख सकते थे। बाद में कई नवोदित कलाकारों ने उनको कॉपी भी किया।
अस्पताल से उनका पार्थिव शरीर किद्दुवाला उनके आवास पर ले जाया जा रहा है। अंतेष्टि बुधवार को हरिद्वार में की जाएगी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड के प्रसिद्ध हास्य कलाकार घनानंद ‘घन्ना भाई’ के निधन पर दुःख व्यक्त किया। उन्होंने दिवंगत आत्मा की शांति और शोक संतप्त परिजनों व समर्थकों को यह असीम कष्ट सहने की ईश्वर से कामना की है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि घनानंद जी की सरलता, मृदुता और अद्वितीय अभिनय शैली ने लोगों को न केवल हंसाया, बल्कि जीवन के कई महत्वपूर्ण पहलुओं को एक अलग दृष्टिकोण से देखने का नजरिया दिया। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड के फिल्म जगत और अभिनय के क्षेत्र में घनानंद के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा। वे सदैव हमारे दिलों में जीवित रहेंगे।
––———–////———–;;;———–
उत्तराखंड के प्रसिद्ध हास्य कलाकार घनानंद उर्फ घन्ना भाई की तबीयत बिगड़ गई है। गंभीर हालत में उन्हें देहरादून स्थित श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में भर्ती कराया गया है, वह पिछले चार दिनों से वेंटिलेटर पर हैं। डॉक्टर क्रिटिकल केयर यूनिट में उनकी निगरानी कर रहे हैं।
आवाज सुनो पहाड़ों की कार्यक्रम के मुख्य संरक्षक बलबीर सिंह पंवार और संयोजक नरेंद्र रौथाण ने बताया कि घन्ना भाई को पूर्व में पेसमेकर लगाया गया था। उसके बाद से वह अस्पताल में नियमित तौर पर हृदय संबंधी जांच करा रहे थे।
कुछ दिन पूर्व उन्हें यूरिन में ब्लड आने की समस्या हुई। सामान्य जांच के लिए वह अस्पताल पहुंचे, जहां रक्त चढ़ाने के बाद उनका स्वास्थ्य बिगड़ गया। बताया कि दरबार साहिब के श्रीमहंत देवेंद्र दास ने उनके उपचार पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए हैं।
बता दें कि घन्ना भाई ने कई गढ़वाली फिल्म और म्यूजिक एलबम में काम किया है। उन्होंने राजनीति में भी हाथ आजमाया था। भाजपा के टिकट पर 2012 में उन्होंने पौड़ी से विधानसभा चुनाव भी लड़ा था। हालांकि वह चुनाव हार गए थे। 2022 में हुए विधानसभा चुनावों में भी उन्होंने भाजपा से टिकट के लिए दावेदारी की थी।