रविवार को दिन भर की कवायद और कई दावेदारों के नाम सामने आने के बाद आखिरकार कांग्रेस हाईकमान ने देर शाम दलित नेता चरणजीत सिंह चन्नी को पंजाब के नए मुख्यमंत्री के रूप में चुन लिया।
चन्नी सोमवार को 11 बजे मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। रविवार शाम 6.30 बजे चन्नी राज्यपाल से मिलने राजभवन पहुंचे और उन्होंने मुख्यमंत्री के तौर पर विधायक दल का समर्थन पत्र राज्यपाल को सौंपा।
इस मौके पर चन्नी के साथ पंजाब प्रदेश कांग्रेस प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू और पार्टी मामलों के प्रभारी हरीश रावत भी मौजूद रहे। इसके अलावा चन्नी का परिवार भी राजभवन पहुंचा। 58 साल के चरणजीत सिंह चन्नी पंजाब के पहले दलित मुख्यमंत्री होंगे।
इससे पहले वह कैप्टन मंत्रिमंडल में तकनीकी शिक्षा मंत्री थे। वह चमकौर साहिब निर्वाचन क्षेत्र से तीन बार से विधायक हैं। चन्नी 2015 से 2016 तक पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता रह चुके हैं और मार्च 2017 में कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार में उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया गया था।
पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत ने ट्वीट किया, ‘मुझे यह घोषणा करते हुए बेहद खुशी हो रही है कि चरणजीत सिंह चन्नी को सर्वसम्मति से पंजाब कांग्रेस विधायक दल का नेता चुना गया है।’ चन्नी अब कैप्टन अमरिंदर सिंह की जगह लेंगे, जिन्होंने प्रदेश कांग्रेस में कई महीनों तक चले विवाद के बाद शनिवार को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।
उधर, मोहाली के खरड़ कस्बे में स्थित चरणजीत सिंह चन्नी के आवास के बाहर उनके समर्थकों ने जमकर जश्न मनाया। डांस करते समर्थकों की तस्वीरें सामने आईं।
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने चरणजीत सिंह चन्नी को अपनी शुभकामनाएं दीं हैं। उन्होंने ट्वीट किया, ‘मुझे उम्मीद है कि वह सीमावर्ती राज्य पंजाब को सुरक्षित रखने और सीमा पार से बढ़ते सुरक्षा खतरे से हमारे लोगों की रक्षा करने में सक्षम हैं।’