उत्तराखंड हाइकोर्ट में कार्यरत एडवोकेट अतुल बहुगुणा की पत्नी अंजलि बेंजवाल बहुगुणा का चयन उच्च न्यायिक सेवा उत्तराखंड के लिए हुआ है। अतुल बहुगुणा उत्तराखंड हाईकोर्ट में केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार के अधिवक्ता हैं।
अंजलि की मेहनत, लगन और लक्ष्य के प्रति समर्पण को सलाम है। इस सफलता के पीछे उनके पति अतुल, सास ससुर, अंजली के माता-पिता, बेटे हनु सबका बहुत सहयोग रहा। अंजली की यह सफलता इस मायने में भी काबिले तारीफ है कि उसने इस परीक्षा की तैयारी एक लक्ष्य को लेकर की और सफलता पाई। साक्षात्कार के समय वह अपनी 1 माह की बच्ची के साथ नैनीताल की ठंड में साक्षात्कार के लिए गई। उसने यह सफलता पहले ही प्रयास में हासिल की है।
अंजलि की तैयारी के लिए उनके सास ससुर ने भी बहुत त्याग किया है। उन्होंने बहू को इस कदर सहयोग किया कि आज वह सफलता के मुकाम पर है। नैनीताल में पढ़ रहे 6 साल के बेटे हनु को अंजली की पढ़ाई के लिए देहरादून दादा दादी के साथ रखा और अतुल व अंजली नैनीताल हाई कोर्ट में प्रैक्टिस करते रहे। वहीं साथ साथ तैयारी भी चलती रही। उच्च न्यायिक सेवा कठिन परीक्षा मानी जाती है।
अंजली के पिता और माता का लालन पालन और मार्ग दर्शन उसकी सफलता का राज है। पिता कात्यायनी प्रसाद बेंजवाल दिल्ली विश्व विद्यालय में ज्वाइंट रजिस्ट्रार के पद से सेवा निवृत हुए हैं। अंजलि भी बचपन से दिल्ली विश्वविद्यालय कैंपस की कॉलोनी में रही है तथा वहीं से उसकी पढ़ाई हुई है। उनका मूल गांव रुद्रप्रयाग जिले का प्रसिद्ध बेंजी गांव है।
इस सफलता से उनके पूरे गांव में खुशी की लहर है। उनका गांव बलोडी श्रीनगर गढ़वाल के पास खिर्सू ब्लॉक में है। अंजलि के ससुर चंडी प्रसाद बहुगुणा और सास श्रीमती ऊषा बहुगुणा बहु की इस कामयाबी पर बेहद खुश हैं। अंजली का कहना है कि उसकी कोशिश होगी कि वह न्यायिक सेवा में उच्च मानदंड स्थापित करे और इस सेवा के माध्यम से प्रत्येक जरूरतमंद को न्याय मिल सके।