चमोली 18 अप्रैल,2023
जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने मंगलवार को बद्रीनाथ धाम पहुॅचकर चारधाम यात्रा व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने बद्रीनाथ मास्टर प्लान के अन्तर्गत संचालित पुनर्निर्माण कार्यो का स्थलीय निरीक्षण भी किया।
जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि चारधाम यात्रा शुरू होने से पहले टोकन काउंटर, क्यू मैनेजमेंट सिस्टम, वैटिंग रूम, सूज स्टैंड तथा मंदिर परिसर तक जाने वाले आतंरिक मार्गों को दुरुस्त करते हुए मार्ग के किनारे रैलिंग व साइनेज लगायी जाए। विधुत, पेयजल, शौचालय सहित अन्य सभी मूलभूत व्यवस्थाओं को सुचारू करें। मंदिर परिसर के आसपास निर्माण कार्यो के मलवे को साफ किया जाए। ताकि चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को कोई असुविधा ना हो। इस दौरान जिलाधिकारी ने मास्टर प्लान में विस्थापित दुकानदारों के लिए नवनिर्मित दुकानों का निरीक्षण भी किया।
श्रृद्धालुओं के लिए बद्रीनाथ मंदिर में प्रेवश और बाहर जाने के लिए अलग से व्यवस्था की गई है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए धाम में क्यू मैनेजमेंट, पूजा अर्चना के लिए टोकन सिस्टम के साथ-साथ पूछताछ केन्द्र स्थापित किया गया है। जिला प्रशासन द्वारा चारधाम यात्रा की सभी तैयारियां सुनिश्चित की जा रही है।
बद्रीनाथ में मास्टर प्लान के तहत संचालित कार्यो का निरीक्षण करते हुए जिलाधिकारी ने निर्माणदायी संस्थाओं को निर्देशित किया कि पर्याप्त संख्या में मशीनें एवं अन्य रिसोर्स लगाते हुए निर्माण कार्यो को तेजी से पूरा करें। चारधाम यात्रा के दृष्टिगत जो काम आवश्यक है, उसको प्राथमिकता से पूरा किया जाए।
इस दौरान उप जिलाधिकारी कुमकुम जोशी, पीआईयू के अधिशासी अभियंता विपुल सैनी, आईएनआई के प्रोजेक्ट मैनेजर राजेश कुमार, गावर कन्स्ट्रक्शन लि.के प्रोजेक्ट मैनेजर विनीत चौधरी, नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी सुनील पुरोहित आदि मौजूद थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत ब्रदीनाथ धाम में मास्टर प्लान के अन्तर्गत तीन चरणों में बुनियादी ढांचे का विकास किया जा रहा है। जिसमें पहले चरण के कुछ कार्य लगभग पूरे कर लिए गए है।
पहले चरण में अराइवल प्लाजा, बीआरओ बाईपास, लूप रोड निर्माण, शेष नेत्र व बदरीश झील का सौन्दर्यीकरण, आधुनिक तकनीकयुक्त अस्पताल का विस्तारीकरण तथा रिवर फ्रंट डेवलपमेंट किया जा रहा है। दूसरे चरण में बदरीनाथ मुख्य मंदिर व उसके आसपास के क्षेत्र का सौंदर्यीकरण किया जाएगा।
वहीं अंतिम चरण में मंदिर से शेष नेत्र झील को जोड़ने वाले आस्था पथ का निर्माण कार्य किया जाएगा है।