उत्तराखंड में शनिवार को तीन घंटे के भीतर दो बार भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। शाम चार बजकर 25 मिनट पर भूकंप आया। जानकारी के अनुसार ऋषिकेश भूकंप का केंद्र रहा। रिक्टर पैमाने में 3.4 तीव्रता दर्ज की गई। एक्सपर्ट किसी बड़े भूकंप की आशंका जता रहे है। आज ही शाम को 7.57 बजे भारत, चीन, नेपाल के कुछ हिस्सों में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। रिक्टर पैमाने में 5.1 तीव्रता दर्ज की गई।
इसके बाद गढ़वाला में भी शाम 7 बजकर 58 मिनट रुद्रप्रयाग जिले में भूकंप का तेज झटका आया। कोटद्वार, मसूरी, चिन्यालीसौड़ में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। वहीं कुमाऊं में जसपुर, रामनगर, चंपावत, पहाड़पानी, सितारगंज, बागेश्वर, रुद्रपुर, गदरपुर, खटीमा, धारचूला, बनबसा, डीडीहाट, नैनीताल, बाजपुर में भूकंप के तेज झटके आए।
इससे पहले नौ नवंबर को तड़के दो बार भूकंप आया था। भूकंप के झटके उत्तराखंड समेत उत्तर भारत में महसूस किए गए थे। रात करीब दो बजे के बाद सुबह 6.27 बजे दूसरी बार भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। रात में जग रहे लोग दहशत के मारे घरों से बाहर निकल आए थे। समाचार एजेंसी के मुताबिक भूकंप का पहला केंद्र नेपाल में था। रिक्टर स्केल में इसकी तीव्रता 6.3 नापी गई थी। भूकंप का केंद्र जमीन के 10 किलोमीटर अंदर था। वहीं दूसरा केंद्र पिथौरागढ़ रहा, जिसकी तीव्रता 4.3 थी।
बता दें कि उत्तराखंड भूकंप के लिहाज से बेहद संवेदनशील सिस्मिक जोन फोर में आता है। एक बार प्रदेश ने भूकंप की वजह से बड़ी तबाही झेली है। बीते नौ नवंबर की भोर आए भूकंप ने लोगों के अंदर दहशत भर दी है।
उत्तराखंड में शनिवार को भूकंप के झटके महसूस किए गए। शाम चार बजकर 25 मिनट पर भूकंप आया। जानकारी के अनुसार ऋषिकेश भूकंप का केंद्र रहा। रिक्टर पैमाने में 3.4 तीव्रता दर्ज की गई।
इससे पहले नौ नवंबर को तड़के दो बार भूकंप आया था। भूकंप के झटके उत्तराखंड समेत उत्तर भारत में महसूस किए गए थे। रात करीब दो बजे के बाद सुबह 6.27 बजे दूसरी बार भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। रात में जग रहे लोग दहशत के मारे घरों से बाहर निकल आए थे।
समाचार एजेंसी के मुताबिक भूकंप का पहला केंद्र नेपाल में था। रिक्टर स्केल में इसकी तीव्रता 6.3 नापी गई थी। भूकंप का केंद्र जमीन के 10 किलोमीटर अंदर था। वहीं दूसरा केंद्र पिढ़ोरागढ़ रहा, जिसकी तीव्रता 4.3 थी।
बता दें कि उत्तराखंड भूकंप के लिहाज से बेहद संवेदनशील सिस्मिक जोन फोर में आता है। एक बार प्रदेश ने भूकंप की वजह से बड़ी तबाही झेली है। बीते नौ नवंबर की भोर आए भूकंप ने लोगों के अंदर दहशत भर दी है।