राजेंद्र सिंह रावत राजकीय महाविद्यालय बड़कोट, उत्तरकाशी जनपद का वह पहला महाविद्यालय था जिसने सर्वप्रथम अपने छात्र-छात्राओं के लिए यूनिफॉर्म अनिवार्य की थी और अब वर्तमान शैक्षणिक सत्र में महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ अंजू भट्ट ने “राष्ट्रीय सेवा योजना” के लिए अलग यूनिफार्म बनाने का निर्णय लिया। जिनके निर्देशन में एवं राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी डॉ. संगीता रावत एवं डी.पी गैरोला के मार्गदर्शन में राष्ट्रीय स्वयंसेवियों के लिए वर्तमान शैक्षणिक सत्र से यूनिफॉर्म बनवाई गई ।
नई यूनिफॉर्म पहनकर सभी स्वयंसेवियों में खासा उत्साह देखने को मिला। महाविद्यालय की प्राचार्य ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि एक यूनिफॉर्म से न केवल महाविद्यालय के स्वयंसेवियों की अलग पहचान होती है बल्कि, सभी में समानता, समरूपता की भावना भी जागृत होती है। क्योंकि “राष्ट्रीय सेवा योजना” एक ऐसा राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम है जिसमें स्वयंसेवी “स्वयं सजे वसुंधरा संवार दें” की भावना से आगे बढ़ते हैं।
और इस उक्ति को सार्थक करने के लिए सर्वप्रथम सभी में समानता और समरूपता आवश्यक है यदि हम अपने जीवन में समरूपता और समानता को सार्थक करते हैं तभी हम समाज को राष्ट्रीय सेवा योजना के लक्ष्यों को चरितार्थ कर सकते हैं ।
साथ ही उन्होंने “राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई” के कार्यक्रम अधिकारियों एवं सभी स्वयंसेवियों को शुभकामनाएं दी तथा स्वयंसेवियों को सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़कर प्रतिभाग करने के लिए प्रेरित किया क्योंकि समाज और शिक्षा एक सिक्के के दो पहलू हैं जिससे व्यक्ति के व्यक्तित्व का संपूर्ण विकास होता है ।