उत्तराखंड में सोमवार को सरकारी और निजी स्कूलों में राष्ट्रीय शिक्षक दिवस मनाया गया। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि.) ने शिक्षक दिवस पर राजभवन में आयोजित समारोह में प्रदेश के 39 शिक्षकों को शैलेश मटियानी राज्य शैक्षिक पुरस्कार से पुरस्कृत किया। उन्होंने कहा कि पुरस्कार प्राप्त करने के बाद शिक्षकों का दायित्व एवं भूमिका और बढ़ गई है।
राज्यपाल ने कहा कि शिक्षक समाज की प्रगति का मूल आधार होता है। छात्र-छात्राओं में नैतिक आदर्शों, अच्छे संस्कारों और गुणों के विकास में शिक्षकों की अहम भूमिका होती है। राज्य शैक्षिक पुरस्कार से चयनित शिक्षक अन्य शिक्षकों के लिए प्रेरणास्रोत हैं। पूरे समाज की सोच, विचार और धारणा को शिक्षक ही बदल सकते हैं।
शिक्षकों के बल पर ही हम विश्वगुरु बन सकते हैं। उन्होंने कहा कि हमारी प्राचीन सभ्यता, संस्कृति, इतिहास को शोध और अनुसंधान के साथ जोड़ते हुए इस पर आगे बढ़ना होगा। उन्होंने शिक्षकों से आह्वान किया कि वे आनी वाली पीढ़ी को चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार करें।
शिक्षा मंत्री डॉ.धन सिंह रावत ने कहा कि प्रदेश के सभी शिक्षक बेहतर कार्य कर रहे हैं। सभी के अथक प्रयासों से राज्य में शिक्षा के स्तर में सुधार हुआ है। उत्तराखंड पहला राज्य है, जिसने राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू कर लिया है। उन्होंने कहा कि 4,447 आंगनबाड़ियों के माध्यम से बाल वाटिकाएं शुरू की गई हैं।
हर जिले में बेसहारा बच्चों के लिए नेताजी सुभाष चन्द्र छात्रावास खोले जा रहे हैं। कार्यक्रम में सचिव विद्यालयी शिक्षा रविनाथ रमन, सचिव राज्यपाल डॉ.रंजीत कुमार सिन्हा, अपर सचिव राज्यपाल स्वाति एस भदौरिया, महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा बंशीधर तिवारी आदि मौजूद रहे।
इनको मिला पुरस्कार
राजभवन में वर्ष 2018 के लिए प्रारंभिक शिक्षा में रुद्रप्रयाग की अंजु लिंगवाल, टिहरी की मधु नेगी, देहरादून की सुशीला बर्त्वाल, पिथौरागढ़ की रुबीना खान, बागेश्वर की निर्मला आर्य, नैनीताल के संतोष कुमार जोशी, अल्मोड़ा की दीपा आर्य, ऊधमसिंह नगर की किरण शर्मा को पुरस्कृत किया गया। माध्यमिक शिक्षा में उत्तरकाशी की बनीता पंवार, चमोली के गिरीश चंद डिमरी, रुद्रप्रयाग के विनोद प्रकाश भट्ट, टिहरी के डॉ.अशोक कुमार बडोनी, देहरादून के रविंद्र कुमार सैनी, पौड़ी के वीरेंद्र प्रसाद खंकरियाल, पिथौरागढ़ के बहादुर सिंह कुंवर, चंपावत के सुरेश राम, नैनीताल के शंभूदयाल शाह, अल्मोड़ा की गीता रानी और ऊधमसिंह नगर के नरेंद्र पाल सिंह को पुरस्कृत किया गया।
राज्यपाल ने 2021 के लिए प्रारंभिक शिक्षा में पौड़ी के गबर सिंह बिष्ट, चमोली की अंजना खत्री, उत्तरकाशी की सरिता, देहरादून के राजीव कुमार पांथरी, हरिद्वार की बीना कौशल, टिहरी के हृदय राम अंथवाल, रुद्रप्रयाग के हेमंत कुमार चौकियाल, चंपावत की मंजू बाला, बागेश्वर के ललित मोहन जोशी, ऊधमसिंह नगर के मोहन सिंह, नैनीताल के नंदलाल आर्य, पिथौरागढ़ के हरीश चंद्र पांडे, अल्मोड़ा के मनोज कुमार पंत को पुरस्कृत किया। जबकि माध्यमिक शिक्षा में उत्तरकाशी के दिवाकर प्रसाद पैन्यूली, हरिद्वार की पूनम राणा, पिथौरागढ़ की दीपा खाती, अल्मोड़ा की तनुजा जोशी और पौड़ी के केशर सिंह असवाल को वर्ष 2017 के लिए सम्मानित किया गया। जबकि प्रशिक्षण संस्थान से चंपावत के डॉ.अवनीश कुमार शर्मा को शैलेश मटियानी राज्य शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया गया
राज्यपाल ने समारोह में राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार प्राप्त देहरादून के रमेश बडोनी, बागेश्वर के डॉ.केवलानंद कांडपाल और ऊधमसिंह नगर के रामआश्रय मौर्य को सम्मानित किया।