विजेता टीम को मिले 1 लाख रुपये
देहरादून| आधुनिक युग में तकनीकी हुनर को अगर एक अलग पहचान मिले और लाखों रुपये की विजेता राशि से हौसला बंधे तो सपनों कि उड़ान और मज़बूत हो जाती है| सपनों कि इसी उड़ान को मज़बूत करने के उद्देश्य से देवभूमि उत्तराखंड यूनिवर्सिटी में वर्किंग मॉडल्स को प्रदर्शित करते टेक्नो-फेस्ट “नवधारा” का आयोजन किया गया, जिसमें विजेता टीम को एक लाख रुपये प्रदान किये गए|
मंगलवार को मांडूवाला स्थित देवभूमि उत्तराखंड यूनिवर्सिटी में टेक्नो-फेस्ट “नवधारा” का आयोजन किया गया, जिसमें देवभूमि विश्वविद्यालय के अलावा अन्य विश्वविद्यालय और संस्थानों के छात्रों ने हिस्सा लिया| इस दौरान एग्रीकल्चर, फार्मेसी, इंजीनियरिंग, आर्किटेक्चर, कंप्यूटर साइंस आदि विभागों से सम्बंधित छात्रों ने विभिन्न वर्किंग मॉडल्स का प्रदर्शन किया| इस दौरान लगभग 60 टीमों ने हिस्सा लिया और अपने हुनर को प्रदर्शित किया|
वहीं, इस हुनर को परखने के लिए निर्णायक मंडल में मौजूद थे डीआरडीओ के वैज्ञानिक श्री राकेश भरद्वाज और श्री लोकेन्द्र, रुद्रपुर स्थित ल्यूमैक्स डीके इंडस्ट्रीज के नफीस अहमद, कपड़ा मंत्रालय प्रेमनगर स्थित सिल्कवार्म सीड प्रोडक्शन सेंटर के डॉ. एनके भाटिया और फार्मास्यूटिकल साइंसेज विभाग के डॉ. विपिन कुमार शर्मा, जिन्होंने विभिन्न स्टाल्स में जाकर छात्रों के मॉडल्स को जाना और उन्हें परखा|
इस दौरान कार्यक्रम के उदघाटन अवसर पर मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित ग्रैंड चैलेंजेज़ के मिशन डायरेक्टर डॉ. शिरशेंदु मुख़र्जी ने कहा कि छात्रों की तकनीकी सोच अगर उच्च कोटि की है तो उन्हें आज के युग में आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता| उन्होंने नवधारा में छात्रों के तकनीकी हुनर को परखा और उसकी काफी सराहना की| वहीं, काबीना मंत्री धन सिंह रावत किन्हीं अपरिहार्य कारणों से उपस्थित नहीं हो सके|
परन्तु उन्होंने अपने सन्देश में देवभूमि उत्तराखंड यूनिवर्सिटी के प्रयास “नवधारा” को काफी सराहा और छात्रों के तकनीकी हुनर की सराहना की| अंत में निर्णायक मंडल की कसौटी पर खरे उतरे छात्रों को प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्रदान किया गया| विजेता टीम को एक लाख रुपये प्रदान किये गए| जबकि, द्वितीय स्थान हासिल करने वाली टीम को 50 हज़ार और तृतीय स्थान पर काबिज़ टीम को 25 हज़ार रूपये प्रदान किये गए| इसके अलावा 10 -10 हज़ार के पांच पुरस्कार प्रदान किये गए| “नवधारा” का आयोजन कुलाधिपति श्री संजय बंसल और उपकुलाधिपति श्री अमन बंसल की देखरेख में संपन्न हुआ|
इस दौरान विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफ़ेसर डॉ. प्रीति कोठियाल, उपकुलपति प्रोफ़ेसर डॉ. आरके त्रिपाठी, विश्वविद्यालय के वरिष्ठ सलाहकार डॉ. एके जायसवाल, डीन अनुसंधान और विकास डॉ. मुनीश सेठी, डीन छात्र कल्याण प्रकोष्ठ प्रोफ़ेसर दिग्विजय सिंह, विश्वविद्यालय के शैक्षणिक एवं गैर-शैक्षणिक अधिकारी सहित छात्र-छात्राएं उपस्थित थे|