उत्तराखंड में भारी बारिश से जगह-जगह भूस्खलन और मलबा आने से तीन नेशनल हाईवे समेत कुल 250 सड़कें बंद हो गईं। इस दौरान पर्वतीय क्षेत्रों में वाहनों के पहिये जगह-जगह थम गए। सैकड़ों यात्री सड़कों के खुलने का इंतजार कर रहे हैं। सड़कों को खोलने के काम में 229 मशीनों को लगाया है।
प्रदेेश में शुक्रवार देर रात शुरू हुई भारी बारिश के बाद श्रीनगर में एचएच-58 स्लिप और बोल्डर आने से बंद हो गया। एनएच को खोलने के लिए एक जेसीबी, एक लोडर और एक पौकलैंड मशीन को लगाया गया है। वहीं रुद्रप्रयाग से गौरीकुंड के बीच एनएच-109 पहाड़ी से भारी मात्रा में मलबा आने से अवरुद्ध हो गया।
यहां दो जेसीबी मशीनों को मार्ग को खोलने के काम में लगाया गया है। उत्तरकाशी में एनएच-94 धरासू बैंड के बाद स्लिप और बोल्डर आने से बंद हो गया। इस मार्ग को खोलने के लिए दो जीसीबी, एक पौकलेंड और तीन टिप्पर लगाए गए हैं। इसके अलावा 32 स्टेट हाईवे, 16 मुख्य जिला मार्ग, नौ अन्य जिला मार्ग, 79 ग्रामीण सड़कें (सिविल) और 111 पीएमजीएसवाई की सड़कों सहित कुल 250 सड़कें अवरुद्ध हैं। इससे पहले 98 सड़कें शुक्रवार से बंद थी, जबकि शनिवार को 184 सड़कें बंद हुईं। शनिवार को 32 सड़कों को खोलने का कार्य किया गया।
बंद सड़कों को खोलने के काम में 229 मशीनों की मदद ली जा रही है। इसमें तीन जेशीबी को नेशनल हाईवे, 23 को स्टेट हाईवे, 17 को मुख्य जिला मार्गों, आठ को अन्य जिला मार्गों, 81 को ग्रामीण सड़कों और 97 मशीनों को पीएमजीएसवाई की सड़कों को खोलने के काम में लगाया गया है।