उत्तराखंड के 49 विकासखंडों में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के पहले चरण में 68% मतदान हुआ। कई बूथों पर रात तक मतदाताओं की कतार लगी थी। इस दौरान कुल 63 फीसदी पुरुष और 73 फीसदी महिला मतदाताओं ने मतदान किया।
बृहस्पतिवार को त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के पहले चरण का मतदान सुबह ठीक आठ बजे शुरू हो गया। शुरुआत के दो घंटे तो मतदान कुछ हल्का रहा, लेकिन दिन चढ़ने के साथ ही मतदान प्रतिशत बढ़ता चला गया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी समेत कई मंत्रियों, विधायकों और अधिकारियों ने भी अपने गांव की सरकार के लिए वोट दिया।
राज्य निर्वाचन आयुक्त सुशील कुमार ने बताया कि पहले चरण के मतदान में जबर्दस्त उत्साह दिखा। उन्होंने बताया कि चुनाव में मतदान कर्मियों, सुरक्षाकर्मियों से लेकर आपदा प्रबंधन समेत सभी विभागों के बीच तालमेल बेहतरीन रहा है। आपको बता दें कि पहले चरण में 17,829 प्रत्याशियों का भाग्य मतपेटियों में कैद हो गया।
उत्तराखंड में पंचायत चुनाव के पहले चरण में आज सदस्य ग्राम पंचायत के 2247, प्रधान के 9731, सदस्य क्षेत्र पंचायत के 4980 और सदस्य जिला पंचायत के 871 प्रत्याशियों का चुनाव होगा।
मतदान को लेकर पहाड़ से मैदान तक उत्साह देखा जा रहा है। राज्य निर्वाचन आयोग के अनुसार, 2 बजे तक प्रदेश में 41.87 फीसदी मतदान हुआ है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के क्रम में गुरुवार को राजकीय आदर्श प्राथमिक विद्यालय नगला तराई, जिला ऊधमसिंह नगर में बूथ न0 3 पर लाईन में लगकर मतदान किया। मुख्यमंत्री के साथ उनकी माताजी श्रीमती बिशना देवी ने भी मतदान किया।
मुख्यमंत्री ने सभी ग्रामीण मतदाताओं से त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों में उत्साह पूर्वक मतदान करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक मतदाता का एक-एक वोट राज्य में पंचायतों को मजबूत करने में निर्णायक भूमिका निभा सकता है।
राज्य निर्वाचन आयोग को इस बार भी पंचायत चुनाव में 70 फीसदी से अधिक मतदान की उम्मीद है। अक्तूबर 2019 में हुए त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में 69.59 प्रतिशत मतदान हुआ था।
पिछले चुनाव की बात करें तो 12 जिलों में सबसे अधिक मतदान ऊधमसिंह नगर और सबसे कम मतदान अल्मोड़ा जिले में हुआ था। गढ़वाल मंडल में उत्तरकाशी मतदाता में सबसे आगे था। ऊधमसिंह नगर में करीब 84.26 प्रतिशत मतदान हुआ था। उत्तरकाशी में 78.43 प्रतिशत हुआ था।
अल्मोड़ा में 60.04 प्रतिशत, चंपावत में 67.82, नैनीताल में 75.07, पिथौरागढ़ में 65.54, बागेश्वर में 63.99 प्रतिशत मतदान हुआ था। गढ़वाल मंडल में चमोली में 65.65, टिहरी में 61.19, देहरादून में 77.54, पौड़ी में 61.79 और रुद्रप्रयाग में 62.98 प्रतिशत मतदान हुआ था। इस बार मतदाताओं की संख्या में करीब पांच लाख का इजाफा हुआ है। माना जा रहा है कि मतदान प्रतिशत भी बढ़कर 70 से 75 प्रतिशत हो सकता है।
पंचायत चुनाव पर मुख्यमंत्री की अपील
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि पंचायतें ग्रामीण विकास की आधारशिला हैं। इन चुनावों में प्रत्येक मतदाता की सहभागिता अत्यंत महत्वपूर्ण है। लोकतंत्र की मजबूती मतदाता की जागरूकता और सहभागिता पर निर्भर करती है। त्रिस्तरीय पंचायत प्रणाली के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में विकास योजनाओं का संचालन होता है। मतदाताओं, विशेष रूप से युवाओं, महिलाओं एवं वरिष्ठ नागरिकों से अपील है कि वे अधिकाधिक संख्या में मतदान केंद्रों तक पहुंचकर लोकतंत्र को सशक्त बनाएं। प्रत्येक मतदाता का एक-एक वोट राज्य के भविष्य को गढ़ने में निर्णायक भूमिका निभा सकता है।
एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, डीडीआरएफ तैनात
मानसून को देखते हुए निर्वाचन आयोग ने जरूरत के हिसाब से एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, डीडीआरएफ की तैनाती की गई है। आपदा की दृष्टिगत संवेदनशील बूथों पर पोलिंग पार्टियों के साथ इन टीमों को भी लगाया गया है।