उत्तराखण्ड शासन राजनैतिक फैसलों के मामले में अपनी कमजोर निर्णय क्षमता का प्रदर्शन कर रहा है। लगातार इस प्रकार के निर्णय रद्द करने के पीछे सवाल खड़े किए जा रहे हैं।
इसी का परिणाम है कि पीयूष अग्रवाल को सीएम का सलाहकार बनाये जाने का आदेश 24 घण्टे के अंदर रद्द कर दिया गया। प्रभारी सचिव विनोद कुमार सुमन ने बुधवार की शाम को इस नियुक्ति आदेश को रद्द कर दिया।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल के पुत्र पीयूष अग्रवाल नाम से कुछ साल पहले उपनल के जरिये जेई की नौकरी दी गयी थी। उस समय काफी बवाल होने के बाद नियुक्ति आदेश रद्द करना पड़ा था।
इस बार एक और पीयूष अग्रवाल को सलाहकार बनाये जाने का पार्टी के अंदर विरोध की खबर भी आने लगी थी। हालांकि विधानसभा अध्यक्ष के परिवार से जुड़े लोग साफ कह रहे हैं कि ये उनका बेटा पीयूष नहीं है ये कोई और पीयूष है। कुल मुलाकर पीयूष अग्रवाल जो भी है उसका सलाहकार का आदेश स्थगित हो गया है।