टिहरी। राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के प्रांतीय आह्वान पर जिले में एक अक्तूबर को समस्त कर्मचारियों से काला दिवस मनाने की अपील की गई है। इसकी वजह है 1 जनवरी 2004 को केंद्र सरकार द्वारा पुरानी पेंशन की जगह नई पेंशन योजना लाई गई थी और इसी क्रम में 1 अक्टूबर 2005 से उत्तराखंड में भी नई पेंशन योजना लागू की गई थी जोकि कर्मचारियों के हितों के विपरीत है l
एक तरफ विधायक और सांसद एक दिन के लिए विधायक और सांसद बनने पर पुरानी पेंशन योजना का लाभ लेते हैं और दूसरी तरफ 35-40 वर्षों की सेवा करने वाले सरकारी कर्मचारियों को इस योजना से वंचित कर दिया गया है जबकि पेंशन प्रत्येक कर्मचारी का अधिकार है l
राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के प्रांतीय महासचिव सीताराम पोखरियाल ने बताया कि एक अक्टूबर को प्रांत के 80000 नई पेंशन योजना से आच्छादित कर्मचारियों से अपील की गई है कि वे काला मास्क या काली पट्टी बांधकर विरोध जताएँ और सोशल मीडिया पर भी काली तस्वीर लगाएं तथा रात 8:00 बजे से 9:00 बजे तक अपने घर की बिजली बंद रखेंl
आज प्रदेश कार्यकारिणी की वेबिनार में राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के प्रांतीय अध्यक्ष अनिल बडोनी, प्रांतीय संयोजक मिलिंद बिष्ट, प्रांतीय महिला अध्यक्ष योगिता पंत, प्रांतीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष डॉ डीसी पसबोला, प्रांतीय मीडिया प्रभारी लक्ष्मण सिंह रावत, प्रांतीय उपाध्यक्ष देवेंद्र सिंह बिष्ट, प्रांतीय प्रेस सचिव डॉ कमलेश कुमार मिश्रा, प्रांतीय आईटी सेल प्रभारी अवधेश सेमवाल, प्रांतीय कानूनी सलाहकार अजय चमोला जिला टिहरी से राजीव उनियाल, हिमांशु जगूड़ी, यमुना रावत, संदीप मैठाणी ,संजीव चौहान आदि कर्मचारियों ने सभी कर्मचारियों से एक अक्टूबर के आयोजन को सफल बनाने की अपील की है l