निर्वाचन आयोग ने उत्तराखंड डीआईपीआर से मुख्यमंत्री के व्यक्तिगत कार्यक्रम की तस्वीरें हटाए जाने के निर्देश महानिदेशक सूचना एवं जनसंपर्क विभाग को दिए हैं। कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी सौजन्या से मुलाकात कर मामले में शिकायत की थी।
कांग्रेस ने चंपावत विधानसभा उपचुनाव में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पर आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप लगाया था। कांग्रेस ने इसे अपनी जीत बताते हुए कहा यह कार्रवाई सत्ता पक्ष की ओर से चंपावत उपचुनाव में आचार संहिता के उल्लंघन की पुष्टि करती है।
महामंत्री संगठन विजय सारस्वत ने कहा कि इससे पूर्व भी कांग्रेस ने निर्वाचन आयोग में लिखित आपत्ति भी दर्ज कराई थी, जिसके मद्देनजर निर्वाचन आयोग ने पार्टी की ओर से उठाई गई आपत्ति का संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री की ओर से नामित सहायक अभियंता, ग्रामीण निर्माण विभाग, ऊधम सिंह नगर के नोडल अधिकारी की नियुक्ति को तुरंत प्रभाव से स्थगित करने का आदेश दिया था। प्रतिनिधिमंडल में प्रदेश महामंत्री विजय सारस्वत, गरिमा दसौनी, अजय सिंह, कपिल भाटिया, पुष्कर सारस्वत आदि शामिल थे।
यह की थी शिकायत
मुख्य निर्वाचन अधिकारी को सौंपे ज्ञापन में कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री एवं चंपावत विधानसभा उपचुनाव में भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी पुष्कर सिंह धामी ने 15 मई को नैनीताल जिले के कैंचीधाम तीर्थस्थल पर पूजा अर्चना की। इसकी फोटो का प्रचार-प्रसार उत्तराखंड डीआईपीआर पर किया गया। जो एक राज्य सरकार की वेबसाइट है।
इस पर मुख्यमंत्री के व्यक्तिगत कार्यक्रम के फोटो के साथ प्रचार-प्रसार किया जाना आदर्श चुनाव आचार संहिता का खुला उल्लंघन है। इसके साथ ही जिलाधिकारी चंपावत के पद पर नरेंद्र सिंह भंडारी की नियुक्ति का विरोध करते हुए मुख्य चुनाव अधिकारी के समक्ष आपत्ति दर्ज करते हुए उनकी नियुक्ति निरस्त करने की मांग की गई।