उत्तराखंड ज्योतिष रत्न आचार्य डॉ चंडी प्रसाद घिल्डियाल को प्रथम स्वर्गीय डॉक्टर रमेश चंद्र रस्तोगी स्मृति राष्ट्रीय सम्मान से नवाजा गया है। उनको यह महत्वपूर्ण सम्मान मिलने से पूरे उत्तराखंड में ख़ुशी का माहौल है।
आईडीपीएल ऋषिकेश में कोविड-19 एसओपी नियमों के तहत आयोजित राष्ट्रीय कार्यक्रम में डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल को यह सम्मान दिया गया। सम्मान प्रदान करते हुए हिमालय और हिंदुस्तान के राष्ट्रीय संपादक डॉ रवि रस्तोगी ने कहा कि विगत डेढ़ वर्षो से जब से कोरोना वायरस हुआ है तमाम कार्यक्रमों और शिक्षण संस्थाओं के बंद होने के बावजूद डॉक्टर घिल्डियाल द्वारा शिक्षा एवं ज्योतिष के क्षेत्र में लोगों का मनोबल बढ़ाते हुए महत्वपूर्ण मार्गदर्शन किया गया।
इस बीच विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण कार्य कर रहे लोगों के बीच से राष्ट्रीय स्तर पर चयन बोर्ड द्वारा प्रथम स्वर्गीय डॉक्टर रमेश चंद्र रस्तोगी सम्मान हेतु उनका चयन होना पूरे राज्य के लिए गौरव का विषय है। इसके लिए डॉक्टर चंडी प्रसाद बधाई के पात्र हैं।
कार्यक्रम में जानकारी दी गई स्व0 डॉक्टर रमेश चंद्र रस्तोगी ने वरिष्ठ इंजीनियर के रूप में आईडीपीएल प्रबंधन में वर्षों तक कार्य किया। वह होम्योपैथिक चिकित्सा में भी महत्वपूर्ण दखल रखते थे और निशुल्क सलाह देते थे। 82 बरस की लंबी आयु में 9 मई 2021 को उनका देहांत हो गया।
उनकी स्मृति को चिरस्थाई बनाए रखने के लिए हिमालय और हिंदुस्तान बोर्ड द्वारा उनकी स्मृति में यह सम्मान प्रतिवर्ष पूरे देश में विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण कार्य कर रहे लोगों को दिए जाने का संकल्प लिया गया है। जिसकी शुरुआत इस वर्ष राजकीय इंटरमीडिएट कॉलेज आईडीपीएल में संस्कृत प्रवक्ता डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल से की गई है।
सम्मान प्राप्त करने पर डॉ चंडी प्रसाद ने कहा कि सम्मान प्राप्त होना एक बहुत बड़ी जिम्मेदारी का अहसास कराता है। उनकी कोशिश होगी कि जितने भी सम्मान उनको प्राप्त हो रहे हैं उन पर खरा उतरने का पूरा प्रयास करेंगे। कहा कि शिक्षा और ज्योतिष के क्षेत्र में छात्र-छात्राओं एवं जनता को निरंतर लाभान्वित किया जाएगा।